कोलंबो, 21 मई . अहमदाबाद हवाई अड्डे से श्रीलंका निवासी आईएसआईएस के चार संदिग्ध आतंकियों की गिरफ्तारी के बाद श्रीलंकाई खुफिया एजेंसियों ने देश में आईएसआईएस की गतिविधियों की नए सिरे से जांच शुरू की है.
सूत्रों ने बताया कि श्रीलंका की स्टेट इंटेलिजेंस ने अहमदाबाद में गिरफ्तार संदिग्धों की पृष्ठभूमि और आईएसआईएस से उनके कथित संबंधों का पता लगाने के लिए अपने भारतीय समकक्षों से जानकारी मांगी है.
खबरों के मुताबिक, कुछ दिन पहले चारों संदिग्ध – मोहम्मद नुसरत (33), मोहम्मद फरीश (35), मोहम्मद नफरान (27) और मोहम्मद रशदीन (43) कोलंबो से चेन्नई के लिए रवाना हुए थे. वहां से, वे अहमदाबाद गए, जहां उन्हें सोमवार को गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते (एटीएस) ने गिरफ्तार कर लिया.
खबरों में कहा गया है कि संदिग्धों को उनके पाकिस्तानी हैंडलर ने यहूदियों, ईसाइयों, भाजपा और आरएसएस के सदस्यों पर हमले की जिम्मेदारी सौंपी थी.
श्रीलंका के सार्वजनिक सुरक्षा मंत्री तिरान एलेस ने मीडिया को बताया कि श्रीलंकाई सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर बारीकी नजर रख रही हैं.
एलेस ने मीडिया को बताया, “हम अपने भारतीय समकक्षों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाएं.”
उल्लेखनीय है कि पांच साल पहले, इस्लामिक स्टेट के हमलावरों के एक समूह ने ईस्टर पर श्रीलंका में आत्मघाती हमलों को अंजाम दिया था. इसमें 45 विदेशियों सहित 270 लोग मारे गए थे और 500 से अधिक घायल हुए थे.
इन हमलों से कुछ हफ्ते पहले, भारतीय खुफिया एजेंसियों ने अपने श्रीलंकाई समकक्षों को इस्लामिक स्टेट द्वारा आत्मघाती हमलों को अंजाम देने की योजना के बारे में सचेत किया था.
लेकिन लंकाई अधिकारियों ने इन चेतावनियों को नजरअंदाज कर दिया था.
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