कोलंबो, 23 अगस्त . कोलंबो फोर्ट मजिस्ट्रेट कोर्ट ने पूर्व श्रीलंकाई President रानिल विक्रमसिंघे को 26 अगस्त तक के लिए रिमांड पर भेज दिया है. विक्रमसिंघे को Governmentी धन के दुरुपयोग के आरोप में आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने गिरफ्तार किया था. स्थानीय मीडिया ने यह जानकारी दी.
अदालत ने Friday रात यह फैसला तब लिया जब देश के अटॉर्नी जनरल विभाग के एक प्रतिनिधि ने सीआईडी की ओर से अदालत को बताया कि विक्रमसिंघे के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम के तहत सबूत पेश किए जाएंगे और अदालत से अनुरोध किया कि जांच पूरी न होने के कारण संदिग्ध को रिमांड पर लिया जाए.
समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने स्थानीय मीडिया के हवाले से बताया कि फैसले के बाद विक्रमसिंघे को जेल के अस्पताल में भर्ती कराया गया.
स्थानीय मीडिया के अनुसार, सितंबर 2023 में President के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान उन पर एक ब्रिटिश विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए Governmentी धन का दुरुपयोग करने का आरोप लगा. Friday को गिरफ्तार किए जाने के बाद विक्रमसिंघे को अदालत में पेश किया गया.
श्रीलंका के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी पूर्व कार्यकारी President को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया है.
गोटबाया राजपक्षे के President पद से इस्तीफा देने के बाद जुलाई 2022 में सांसदों द्वारा विक्रमसिंघे को President चुना गया था. सितंबर 2024 में हुए President चुनाव में वह हार गए.
जांच के सिलसिले में, सीआईडी ने पहले पूर्व President के निजी सचिव और उनके President सचिव के बयान दर्ज किए थे.
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, विक्रमसिंघे Friday सुबह बयान देने के लिए सीआईडी पहुंचे और बयान दर्ज करने के बाद उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
बता दें कि पूर्व President विक्रमसिंघे ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा है कि उनकी पत्नी ने अपने खर्चे खुद उठाए थे और किसी भी सार्वजनिक धन का दुरुपयोग नहीं हुआ.
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डीकेएम/एएस