आजमगढ़, 24 मई . यूपी की आजमगढ़ सीट पर भाजपा ने भोजपुरी फिल्म स्टार दिनेश लाल निरहुआ को उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने 2022 में हुए उपचुनाव में सपा के धर्मेंद्र यादव से सीट छीन कर भाजपा के खाते में डाल दी थी. इस बार भी उनकी सीधी लड़ाई सपा के ही धर्मेंद्र यादव से है. यहां का मुकाबला रोचक है. उनका कहना है कि सपा के परिवारवाद की स्क्रिप्ट सुपर फ्लॉप हो चुकी है.
उन्होंने से विभिन्न चुनावी मुद्दों पर चर्चा की. पेश है बातचीत के कुछ अंश :
सवाल : आप 2022 का उपचुनाव जीत गए थे. इस बार की लड़ाई कितनी कठिन है?
जवाब : कोई कठिनाई नहीं है. यहां से लंबे समय तक जिन लोगों को मौका दिया गया, वे यहां से भाग चुके हैं. यहां के लोग भी जान चुके हैं कि वे भगोड़े हैं, जीतें चाहे हारें, भाग जाते हैं. फिर, भाजपा को मौका दिया. कमल खिला. डेढ़ सालों में इतना काम किया है कि यहां के लोग समझ गए हैं कि भाजपा सरकार में ही आजमागढ़ में तेजी से विकास होगा. जनता का पूरा समर्थन हमारे साथ है.
सवाल : सपा उम्मीदवार धर्मेंद्र यादव का कहना है कि आपको वह गंभीरता से नहीं लेते. कहते हैं कि आप भाजपा की लिखी स्क्रिप्ट पढ़ते हैं.
जवाब : हम लोगों के पास राष्ट्रवाद और देश को विकसित करने की स्क्रिप्ट है. उस पर धरातल पर काम हो रहा है. इनके पास परिवारवाद की स्क्रिप्ट है. जो सुपर फ्लॉप है. सड़ चुकी है. बदबू आ रही है. उसे ये ढो रहे हैं.
सवाल : उपचुनाव में आपकी जीत का फैक्टर बसपा के उम्मीदवार गुड्डू जमाली माने जा रहे थे. अब वो सपा के साथ हैं. कितनी चुनौती है?
जवाब : गुड्डू जमाली के सपा में जाने से बसपा का पूरा वोट क्या सपा के साथ चला गया है? ऐसा तो नहीं है. गुड्डू जमाली अकेले गए हैं. उनके जाने से 5 से 7 हजार वोट प्रभावित हुआ होगा. हां, 2019 में सपा-बसपा का गठबंधन था और उसके कारण अखिलेश यादव जीते थे. देखिए, 2022 में सपा के अकेले लड़ने पर धर्मेंद्र यादव चुनाव हार गए और फिर 2024 में भी वही सामने हैं.
सवाल : आजमगढ़ को मुलायम गढ़ कहा जाता है.
जवाब : यहां के यादवों ने समझ लिया है. 2019 या 2022 में समझ गए. चाहे हारे या जीतें, यहीं रहे. यादवों के काम भी किए. वो (सपा) लोग हारें चाहे जीतें, यहां से भाग गए. काम तो दिनेश लाल निरहुआ ने ही किया. यादव भी हमारे साथ आ गए हैं.
सवाल : हरिहरपुर संगीत घराना के लोक विधा और लोककला को अत्यधिक समृद्ध करने के लिए क्या करेंगे?
जवाब : मुख्यमंत्री जी ने संगीत विद्यालय की सौगात दी है. बहुत भव्य बन रहा है. आने वाले समय में पूरी दुनिया से लोग यहां आकर पढ़ाई करेंगे.
सवाल : सपा के विधायक रमाकांत यादव जेल में हैं. उनके बेटे अरुण कांत भाजपा में हैं. वो आपकी कैसे मदद कर रहे हैं ?
जवाब : जो भी अपने दल में है, वे सभी मेहनत कर रहे हैं. सभी जीत के लिए पूरी शिद्दत से जुटे हैं.
सवाल : रोजगार को लेकर एक आपका बयान काफी चर्चित हुआ? विपक्ष ने काफी सवाल उठाए थे.
जवाब : मैंने जो बयान दिया था, उसमें थोड़ी सी कटिंग कर विपक्ष ने मामले को तूल दिया. मैंने अपने बयान में न तो हिंदू के बारे कुछ कहा और न ही मुस्लिम के बारे में. विपक्ष के लोग हर जगह तुष्टीकरण ढूंढ लेते हैं.
सवाल : भोजपुरी एक्टर और गायक आजकल नाम और पैसा कमा कर चुनाव लड़ते है. इसे कैसे देखते हैं?
जवाब : लोकतंत्र मे कोई भी चुनाव लड़ सकता है. जिसको जहां से लड़ना है, लड़ सकता है. उसमें दिक्कत क्या है?
सवाल : आप अहीर रेजिमेंट की मांग कर रहे हैं? क्या अग्निवीर योजना में यह संभव है?
जवाब : अहीर रेजिमेंट बनना चाहिए. अग्निवीर योजना का विपक्ष विरोध कर रहा है, लेकिन इसके बारे में इन्हें कुछ पता नहीं है. इस योजना में ट्रेनिंग के साथ-साथ पैसे मिल रहे हैं. जब वे रिटायर होंगे तो उनके पास अच्छा खासा पैसा होगा. वे अपना व्यवसाय कर सकेंगे. नौकरियों में भी प्राथमिकता मिलेगी.
सवाल : बेरोजगारी और संविधान बदलने जैसे मुद्दे उठाकर विपक्ष घेर रहा है.
जवाब : विपक्ष को जब कुछ मिलता नहीं है तो ये झूठ बोलने लगते हैं. हमारे प्रधानमंत्री ने नौजवानों के लिए पूरी योजना बना रखी है. आने वाले समय में भारत मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर का हब बनेगा. हर किसी के पास रोजगार होगा. पीएम विकसित राष्ट्र बनाने में लगे हैं.
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