गौतमबुद्धनगर, 25 मार्च . उत्तर प्रदेश सरकार के सफल 8 वर्षों के उपलक्ष्य में “8 साल बेमिसाल” कार्यक्रम का आयोजन नोएडा हाट में किया गया. इस कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मंत्री बृजेश सिंह मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए.
कार्यक्रम में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस ने भी एक विशेष पुलिस स्टॉल लगाया, जिसमें पिछले 8 वर्षों में पुलिस विभाग के उल्लेखनीय कार्यों को प्रदर्शित किया गया.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले 8 वर्षों में अपराध नियंत्रण, कानून व्यवस्था और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई है. गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट में अपराध दर में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है. पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, लूट के वर्ष 2017 में 194 मामले दर्ज हुए थे, जो 2024 में घटकर 11 रह गए. इसमें 94.4 प्रतिशत की कमी आई. गृहभेदन (संपत्ति में घुसपैठ) के वर्ष 2017 में 189 मामले थे, जो 2024 में घटकर 54 रह गए. इसमें 71.43 प्रतिशत की कमी आई है.
वहीं, वाहन चोरी के वर्ष 2017 में 2,335 मामले थे, जो 2024 में घटकर 1,165 रह गए. इसमें 50.11 प्रतिशत की कमी दर्ज हुई. हत्या के वर्ष 2017 में 93 मामले थे, जो 2024 में घटकर 59 रह गए. यह 36.56 प्रतिशत की कमी है. बलवा (दंगे) के वर्ष 2017 में 193 मामले थे, जो 65.81 प्रतिशत घटकर 2024 में 66 रह गए. वहीं, दुष्कर्म के वर्ष 2017 में 56 मामले थे, जो 2024 में घटकर 16 रह गए. इसमें 71.43 प्रतिशत की कमी आई.
उत्तर प्रदेश पुलिस ने महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई ठोस कदम उठाए हैं. इसमें 140 महिला बीट पुलिसकर्मी, 27 एंटी-रोमियो टीम, 27 महिला हेल्प डेस्क, 100 स्वयं सिद्धा वाहन, 13 पिंक बूथ और निकट भविष्य में 10 और पिंक बूथ स्थापित करने की योजना शामिल है. गौतमबुद्धनगर पुलिस ने साइबर अपराध नियंत्रण के लिए थानों में साइबर हेल्प डेस्क स्थापित की है. इसके माध्यम से साइबर अपराध पीड़ितों को त्वरित सहायता दी जा रही है.
साथ ही, पुलिस शैक्षणिक संस्थानों, कॉर्पोरेट ऑफिस और सार्वजनिक स्थानों पर साइबर जागरूकता अभियान भी चला रही है. नोएडा में यातायात नियंत्रण को बेहतर बनाने के लिए सेक्टर-94 में आईटीएमएस (इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम) केंद्र की स्थापना की गई है. यह सेंटर यातायात नियमों के उल्लंघन पर ई-चालान जारी करता है और सुचारू ट्रैफिक संचालन सुनिश्चित करता है.
गौतमबुद्धनगर पुलिस कमिश्नरेट में 5 नए थाने, 200 पुलिसकर्मियों के लिए हॉस्टल-बैरक, 300 पैक्स बहुउद्देश्यीय हॉल, 10 थानों में हॉस्टल एवं विवेचना कक्ष, महिला पुलिसकर्मियों के लिए हॉस्टल, 8 थानों में आवासीय भवन एवं मीडिया सेल के लिए विशेष कक्ष का निर्माण किया गया है. इस पर करीब 169.13 करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं.
पुलिस की त्वरित प्रतिक्रिया और सुरक्षा बढ़ाने के लिए कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर को 450 नए वाहन मिले हैं, जिनकी कीमत लगभग 6.60 करोड़ रुपए है. इसके अतिरिक्त 92 नए पीआरवी वाहन भी मिले हैं, जिनकी कीमत करीब 3.04 करोड़ रुपए है.
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पीकेटी/एबीएम