नमो भारत कॉरिडोर पर अवैध पोस्टर और ब्रांडिंग के खिलाफ विशेष अभियान शुरू

गाजियाबाद, 19 जून . नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (एनसीआरटीसी) ने नमो भारत कॉरिडोर के पिलर्स और अन्य सार्वजनिक संपत्तियों को खराब करने और अवैध प्रचार सामग्री चिपकाने वालों के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है.

अब इस तरह की गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले व्यक्तियों और संस्थानों पर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

एनसीआरटीसी द्वारा चलाए गए विशेष अभियान के तहत गाजियाबाद में नमो भारत कॉरिडोर के 300 से अधिक पिलर्स से अवैध पोस्टर, बैनर और अन्य प्रचार सामग्री हटाई जा चुकी है और अब यह अभियान कॉरिडोर के अन्य हिस्सों में भी विस्तारित किया जा रहा है.

यह अभियान इस कॉरिडोर की स्वच्छता, संरचनात्मक सुंदरता और सार्वजनिक गरिमा को बनाए रखने की दिशा में एनसीआरटीसी द्वारा उठाया गया एक अहम कदम है.

एनसीआरटीसी ने यह साफ किया है कि यह संपत्तियां सार्वजनिक संपत्तियां हैं और उन पर किसी भी प्रकार का अवैध पोस्टर चिपकाना, दीवारों को गंदा करना या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाना न सिर्फ एक सार्वजनिक अपराध है, बल्कि यह एक दंडनीय कानूनी अपराध भी है.

इन गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले लोगों के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया के अनुसार जुर्माना लगाया जा सकता है या अन्य दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है. इसके साथ ही जिन व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा यह अवैध प्रचार किया गया है, उन्हें चिन्हित कर कानूनी नोटिस भी भेजे जा रहे हैं.

एनसीआरटीसी सभी नागरिकों से यह अपील करता है कि वे इस प्रकार की गतिविधियों से दूर रहें और दूसरों को भी ऐसा करने से रोकें. पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर किसी एक संस्था की नहीं, बल्कि पूरे समाज की साझा पूंजी होती है. इसे स्वच्छ और संरक्षित रखना हर नागरिक की जिम्मेदारी है.

एनसीआरटीसी ने बताया है कि आगे भी इस तरह का अभियान चलाया जाएगा और अवैध रूप से पोस्टर और होर्डिंग लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

पीकेटी/डीएससी/एबीएम