प्रवासी श्रमिकों की मतदान में भागीदारी के लिए बंगाल के राजनीतिक दलों का विशेष अभियान

कोलकाता, 29 मार्च . पश्चिम बंगाल के सभी राजनीतिक दल यह सुनिश्चित करने में जुट गए हैं कि राज्य के प्रवासी मजदूर अपनी आजीविका के लिए जहां कहीं भी रह रहे हैं, वो आगामी आम चुनाव में वोट डालने के लिए अपने राज्य की ओर रवाना हों.

अंदरूनी सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी ने बूथ समिति से स्पष्ट कहा है कि वो राज्य में रह रहे ऐसे सभी लोगों से संपर्क स्थापित करने की प्रक्रिया में जुट चुकी है, जिनके परिजन किसी अन्य राज्य में अपनी आजीविका के लिए गए हुए हैं. पार्टी कार्यकर्ता उन्हें आगामी आम चुनाव में हिस्सा लेने के लिए उत्साहित कर रहे हैं.

टीएमसी नेता मृदुल गोस्वामी ने कहा, “इस बार हमने सभी बूथ समिति को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वो राज्य में रह रहे ऐसे सभी लोगों को चिन्हित करें, जिनके परिजन आजीविका के लिए कहीं और रह रहे हैं. अब इनकी सूची तैयार की जा रही है, जिन्हें आगामी दिनों में चुनाव में हिस्सा लेने के लिए मनाया जाएगा.”

वहीं, बीजेपी भी इसी प्रक्रिया में जुटी हुई है. बीजेपी ने पश्चिम बंगाल एक सेल खोला हुआ है, जो फिलहाल ऐसे सभी लोगों के आंकड़े एकत्रित कर रही है, जो राज्य के बाहर काम कर रहे हैं.

राज्य में भाजपा की राज्य समिति के एक सदस्य ने कहा, “एक बार डेटा संकलित हो जाने के बाद उन राज्यों में हमारी संबंधित राज्य इकाइयों से उन प्रवासी श्रमिकों से संपर्क करने और उन्हें आवश्यक सहायता प्रदान करने का अनुरोध किया जाएगा, ताकि वे मतदान के दिन बंगाल वापस आ सकें और अपना वोट डाल सकें.”

उन्होंने कहा, “जहांं प्रवासी श्रमिक अधिक संख्या में हैं, वहां पार्टी कार्यकर्ताओं से वार्ता का सिलसिला शुरू किया जा चुका है.”

राज्य कमेटी सदस्य ने कहा, “सबसे बड़ी समस्या यह है कि राज्य सरकार के पास प्रवासी कर्मचारियों के संदर्भ में कोई संग्रहित आंकड़ा नहीं है. ऐसे में मुझे आशंका है कि आखिर हम कितने प्रवासी कर्मचारियों तक पहुुंच सकेंगे.”

उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि प्रवासी श्रमिकों को मतदान की तारीख पर राज्य में वापस आने के लिए मनाने में मुख्य समस्या इससे जुड़ी लागत है. हम उन्हें समझाने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन अगर वे यात्रा का खर्च वहन करने को तैयार नहीं हैं, तो हम वास्तव में उन्हें मना नहीं सकते.”

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