देहरादून, 13 मार्च . चारधाम यात्रा 2025 की शुरुआत 30 अप्रैल से होने जा रही है और इसे सुचारु रूप से संचालित करने के लिए परिवहन विभाग ने तैयारियां पूरी कर ली हैं. देहरादून आरटीओ सुनील शर्मा के अनुसार, इस साल यात्रा के लिए लगभग 1800 गाड़ियां उपलब्ध कराई जाएंगी, जिससे तीर्थयात्रियों को सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा मिल सके.
आरटीओ विभाग टूर-ट्रैवल ऑपरेटरों और टैंपो ट्रेवल्स एसोसिएशन के साथ बैठक कर रहा है, ताकि परिवहन व्यवस्था को बेहतर बनाया जा सके. सुनील शर्मा ने बताया कि सभी गाड़ियों की तकनीकी जांच की जाएगी और यात्रा के दौरान सुरक्षा के विशेष उपाय किए जाएंगे.
आरटीओ सुनील शर्मा ने कहा, “हम तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रहे हैं. यात्रा के दौरान ट्रैफिक प्रबंधन को लेकर भी विशेष योजना बनाई गई है, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.”
बता दें कि हर साल लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड आते हैं और इस बार भी प्रशासन उनकी सुविधा के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
वहीं, चारधाम यात्रा में आने वाले कमर्शियल वाहन चालकों को अब ग्रीन कार्ड के बिना एंट्री नहीं मिलेगी. इससे पहले सुनील शर्मा ने कहा था कि चारधाम यात्रा के लिए एक माह पहले ही ग्रीन कार्ड जारी किए जाएंगे. पीली प्लेट की जितनी भी गाड़ियां हैं, उनके लिए ही ग्रीन कार्ड बनाना जरूरी होगा, चाहे वाहन प्रदेश का हो या दूसरे राज्य का हो. बसों के संचालन के लिए यूनियन से बातचीत कर रोटेशन सिस्टम लागू किया गया है.
उन्होंने आगे बताया कि ग्रीन कार्ड एक फिटनेस सर्टिफिकेट है. बिना फिटनेस के वाहन चालकों को ग्रीन कार्ड नहीं मिलेगा. छोटी गाड़ी 400 और बड़ी गाड़ी की फीस 600 रुपये है. उसकी फिटनेस के बाद उसे ऑनलाइन ही ग्रीन कार्ड जारी कर दिया जाएगा.
बता दें कि यमुनोत्री, गंगोत्री, बद्रीनाथ और केदारनाथ से मिलकर बनी चार धाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल से हो रही है.
–
डीएससी/केआर