नई दिल्ली, 25 अगस्त . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात कार्यक्रम के दौरान स्पेस सेक्टर में भारत की उपलब्धियों पर रोशनी डाली. उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को ही सब देशवासियों ने पहला ‘नेशनल स्पेस डे’ मनाया. प्रधानमंत्री ने कहा, “पिछले बार इसी दिन चंद्रयान 3 ने चांद के दक्षिणी हिस्से में शिव शक्ति पॉइंट पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की थी. भारत इस गौरवपूर्ण उपलब्धि को हासिल करने वाला दुनिया का पहला देश बना है.”
उन्होंने कहा कि 21वीं सदी के भारत में कितना कुछ हो रहा है जो विकसित भारत की नींव मजबूत कर रहा है. प्रधानमंत्री ने ‘मन की बात’ के इस एपिसोड में स्पेस सेक्टर से जुड़े आईआईटी मद्रास के पूर्व छात्रों के स्टार्टअप ‘गैलेक्सी -ई’ के युवाओं से बात की.
प्रधानमंत्री ने इन युवाओं से पूछा कि आपकी टेक्नोलॉजी से देश को कितना लाभ होने वाला है? छात्रों ने बताया कि उनकी यह टेक्नोलॉजी अंतरिक्ष से बादलों के आरपार देख सकती है. इस तकनीक की मदद से रात के समय भी स्पष्ट देखा जा सकता है. इससे देश के किसी भी कोने के ऊपर रोज एक साफ तस्वीर खींच सकते हैं.
युवाओं ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस डाटा का इस्तेमाल दो क्षेत्र में करेंगे. पहला है भारत को अत्यंत सुरक्षित बनाना. हमारे बॉर्डर और समुद्र के ऊपर हम रोज मॉनिटरिंग करेंगे. दुश्मन की गतिविधियों पर नजर रखेंगे और इससे जुड़ी इंटेलिजेंस अपने सुरक्षा बलों को देंगे. इसके साथ ही इससे किसानों की मदद भी की जाएगी. अंतरिक्ष से किसानों के तालाबों के पानी की क्वालिटी भी चेक की जा सकती है वह भी बेहद कम लागत पर.
प्रधानमंत्री ने इस पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि आपकी यह टेक्नोलॉजी ‘जय जवान’ भी करेगी और ‘जय किसान’ भी करेगी. इन युवाओं ने प्रधानमंत्री से कहा कि आपने 2020 में स्पेस में प्राइवेटाइजेशन को लेकर महत्वपूर्ण निर्णय लिया है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि आप उन युवाओं को क्या संदेश देना चाहेंगे, जो स्टार्टअप और स्पेस सेक्टर में सफलता हासिल करना चाहते हैं. इसके जवाब में इन ‘गैलेक्सी-ई’ के सदस्य प्रणित ने कहा कि यदि कोई स्टार्टअप शुरू करना चाहता है तो आज बिल्कुल सही समय है, क्योंकि अभी भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है. इसका मतलब यह हुआ कि हमारे पास अवसर है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें कुछ समय पहले आईआईटी मद्रास जाने का अवसर मिला था. प्रधानमंत्री ने कहा, “मैंने उसे संस्थान के एक्सीलेंस को खुद अनुभव किया है. आईआईटी को लेकर पूरे विश्व में सम्मान का भाव है. आईआईटी से निकलने वाले हमारे लोग जब भारत के लिए काम करते हैं तो जरूर कुछ ना कुछ अच्छा योगदान देते हैं.”
इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने स्पेस सेक्टर में काम करने वाले सभी भारतीय स्टार्टअप को अपनी शुभकामनाएं दीं.
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जीसीबी/एफएम/केआर