नई दिल्ली, 26 नवंबर . उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा में चार लोगों की मौत पर सोमवार को संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने से बातचीत की.
उन्होंने कहा है कि जिस दिन संभल में हिंसा हुई वह संभल तो क्या उत्तर प्रदेश में भी नहीं थे. उन्होंने कहा, “मैं बेंगलुरु में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की मीटिंग में शामिल होने के लिए गया था. मैं अपने लोगों की मदद न कर पाऊं और मेरी आवाज को दबाने के लिए तथा अपनी नाकामी को छुपाने के लिए पुलिस ने यह झूठा मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस के अधिकारियों ने संभल की जनता को निशाना बनाया जिसमें चार लोगों की मौतें भी हुई. मैं समझता हूं कि जो पुलिस अधिकारी इन हत्याओं के पीछे हैं उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए.”
विवादित बयान देकर हिंसा भड़काने के आरोप पर सपा सांसद ने कहा है कि उन्होंने कोई विवादित बयान नहीं दिया है. जब पहले दिन सर्वे हुआ था, वह खुद वहां मौजूद थे. अगर घटना होनी थी तो उसी दिन होनी चाहिए थी. तब क्यों नहीं हुई. शुक्रवार को जब जुम्मे की नमाज हुई, तब वह वहां थे. तब घटना क्यों नहीं हुई.
उन्होंने कहा, “मेरे जाते ही घटना हो गई. अपनी नाकामी छुपाने और घटना के लिए पुलिस प्रशासन पूरी तरह जिम्मेदार है. उन्होंने ही हत्या की है. पुलिस पूरे मामले पर पर्दा डालने के लिए इस तरह से कार्रवाई कर रही है. संविधान और कानून के लिए बहुत बड़ा प्रश्नचिह्न है.”
सपा सांसद ने कहा है कि हिंसा के लिए सीधे तौर पर पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है. उन्होंने हत्याएं की हैं, मुकदमा दर्ज होना चाहिए. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी यह मांग की है.
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डीकेएम/एकेजे