जीएसटी सुधारों पर सपा सांसद पुष्पेंद्र सरोज का भाजपा पर निशाना

New Delhi, 22 सितंबर . जहां एक ओर देशभर में GST सुधारों को लेकर ‘बचत का उत्सव’ मनाया जा रहा है, वहीं Samajwadi Party (सपा) के सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि भाजपा अपनी गलतियों को सुधारने के बाद भी जवाबदेही स्वीकार करने के बजाय उत्सव मनाती है.

से बातचीत में सपा सांसद ने कहा कि भाजपा के लोग GST सुधारों पर उत्सव मना रहे हैं, लेकिन उन्हें जवाब देना चाहिए कि पिछले 10 सालों तक इतने जटिल GST स्लैब क्यों लागू रहे? आज जब उनकी जमीन खिसक रही है, तब जाकर सुधार किए गए हैं, और उसका भी उत्सव मनाया जा रहा है.

उन्होंने कहा कि ‘एक नेशन, एक टैक्स’ का नारा दिया गया था, लेकिन व्यापारियों को अनेक समस्याओं का सामना करना पड़ा. इनका नुकसान कौन पूरा करेगा? उन्होंने कहा कि भाजपा शायद दुनिया की पहली पार्टी है जो अपनी गलतियों को सुधारने का भी जश्न मनाती है. हां, एक बात सही है कि गाड़ियां सस्ती कर दी गईं, लेकिन पेट्रोल और डीजल आज भी महंगे हैं.

सपा सांसद ने कहा कि उज्ज्वला योजना के तहत सिलेंडर तो बांटे गए, लेकिन लोगों के पास उन्हें भरवाने के लिए पैसे नहीं हैं, और सिलेंडर घरों में खाली पड़े हैं. भाजपा बड़े मंचों पर जश्न मनाती है, लेकिन उसका कोई फॉलो-अप नहीं करती.

नवरात्रि के दौरान मीट की दुकानें बंद करने की मांग पर Samajwadi Party के सांसद ने कहा कि सबसे पहले सभी को नवरात्रि की बहुत-बहुत शुभकामनाएं.

उन्होंने मीट की दुकान बंद करने की मांग को महज Political खेल करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह मुद्दा बनाने का एक तरीका मात्र है. अभी नवरात्रि आई है, कल होली आएगी, फिर दीपावली आएगी, फिर मोहर्रम आएगा, और फिर बवाल होगा. इस Government में कोई भी त्योहार अच्छे से नहीं मनाया जा रहा है. हर एक त्योहार में बवाल होता है.

गोवा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि कई जगह उनकी Government है, वहां खुलेआम मीट बिकता है, और वह मीट बिकता है जिसका यह लोग मंचों से विरोध करते हैं.

भाजपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये लोग हिंदू-मुसलमान करवा कर चुनाव का फायदा उठाना जानते हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान पर उन्होंने कहा कि India के सैनिक बलों के साथ पूरा India एक साथ खड़ा है. आतंकवाद के खिलाफ पूरा India एक साथ खड़ा है. हम किसी भी पार्टी से हों, देश की बात आएगी तो हम एकजुट हैं.

डीकेएम/डीएससी