नई दिल्ली, 20 नवंबर . उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर बुधवार को उपचुनाव के लिए वोट डाले गए. इस बीच मैनपुरी के करहल में एक दलित लड़की की हत्या का मामला प्रकाश में आया है.
लड़की की हत्या का आरोप समाजवादी पार्टी के नेता प्रशांत यादव पर है. मृतक के परिजनों के अनुसार, लड़की की हत्या इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने समाजवादी पार्टी का समर्थन और उसे वोट देने से इनकार कर दिया था. लड़की ने भाजपा को वोट देने की इच्छा जाहिर की थी.
इस पूरे मामले पर भाजपा समाजवादी पार्टी पर हमलावर हो गई है. दिल्ली में भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कहा कि दलित लड़की की इसलिए हत्या कर दी गई क्योंकि उसने भाजपा को वोट देने का फैसला किया था. वह समाजवादी पार्टी को वोट नहीं देना चाहती थी. समाजवादी पार्टी पीडीए (पिछड़े-दलित-अल्पसंख्यकों) की बात करती है, लेकिन उसके नेता बच्चियों के साथ बलात्कार करते हैं. अब एक दलित लड़की की निर्मम हत्या कर दी गई है और उसका शव बरामद किया गया है. इसके पीछे सपा नेता प्रशांत यादव है. पिता का आरोप है कि उसने समाजवादी पार्टी को वोट देने से इनकार किया था. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव इस मामले पर कुछ नहीं बोलेंगे. वह पहले भी अपने नेताओं को बचाते रहे हैं. अब प्रशांत यादव को बचाएंगे.”
इस मामले में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट में लिखा कि समाजवादी पार्टी की बौखलाहट और हताशा उपचुनाव में साफ दिख रही है. करहल में दलित बेटी की निर्मम हत्या ने सपा के गुंडाराज और काले कारनामों को बेनकाब कर दिया है. फर्जी मतदान, बाहरी अराजक तत्वों की तैनाती और निर्वाचन आयोग पर बेबुनियाद आरोप सपा की ‘लूटतंत्र की राजनीति’ का हिस्सा हैं. सपा सिर्फ गुंडों, माफियाओं, दंगाइयों और हत्यारों की फौज है. उत्तर प्रदेश की जनता ने इस कुशासन को हमेशा नकारा है. अब लूटतंत्र नहीं, लोकतंत्र की जीत होगी.
दूसरे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मैनपुरी के करहल में एक दलित बेटी की समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता और उसके साथियों द्वारा हत्या अत्यंत दुखद एवं घोर निंदनीय है. समाजवादी पार्टी का असली चेहरा यही है. निज स्वार्थ, सत्ता स्वार्थ के लिए किसी भी हद तक गिर सकती है. पीड़ित परिजनों का कहना है कि बिटिया की हत्या सिर्फ इसलिए कर दी गई क्योंकि उसने समाजवादी पार्टी को वोट देने से मना किया था. यह हत्या सिर्फ एक बेटी की नहीं बल्कि लोकतंत्र की हत्या है.”
उन्होंने पीड़ित परिवार को दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई का आश्वासन दिया.
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