‘औरंगजेब’ पर सपा नेता अबू आजमी का बयान गैर जरूरी : चरण सिंह सपरा

मुंबई, 5 मार्च . मुगल शासक औरंगजेब की तारीफ कर विवादों में आए समाजवादी पार्टी के विधायक अबू आजमी को महाराष्ट्र विधानसभा सत्र से निलंबित कर दिया गया है. अबू आजमी ने अपने निलंबन को राजनीति से प्रेरित बताया है. दूसरी ओर अबू आजमी का लगातार विरोध किया जा रहा है. कांग्रेस ने भी उनके बयान से दूरी बना ली है.

अबू आजमी के निलंबन पर कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने न्यूज एजेंसी से बातचीत के दौरान कहा कि जैसा कि पहले भी हम कह चुके हैं कि हम उनके बयान के साथ नहीं है. यह गैरजरूरी बयान था. अबू आजमी इस तरह के बयान देने के लिए माहिर हैं. जहां तक उनके निलंबन की बात है तो यह जिम्मेदारी स्पीकर की है. डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने अबू आजमी के बयान को सदन में उठाया था और इस पर व्यापक चर्चा हुई थी. अगर स्पीकर ने कोई फैसला किया है और वह असंवैधानिक है, तो उसे चुनौती देने के लोकतांत्रिक तरीके हैं. अबू आजमी के बयान पर जनता अपने-अपने तरीके से प्रतिक्रिया दे रही है. लेकिन सवाल उठता है, क्या अबू आजमी के बयान का उद्देश्य भाजपा के एजेंडे को आगे बढ़ाना था. क्या वह उनके नैरेटिव को बढ़ावा देने की कोशिश कर रहे हैं. क्या ऐसा हो सकता है कि अबू आजमी अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा की मदद कर रहे हैं. ये गंभीर सवाल हैं.

कांग्रेस की बैठक पर चरण सिंह सपरा ने कहा कि महाराष्ट्र के ज्वलंत मुद्दों के अलावा जनता के कई मुद्दों को लेकर एआईसीसी के प्रभारी रमेश चंद्र के नेतृत्व में वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक हुई और शाम को एक और बैठक निर्धारित है. चर्चा विधानसभा सत्र में छाए रहने वाले प्रमुख मुद्दों, महायुति सरकार का मुकाबला कैसे किया जाए और अगले साल के लिए कांग्रेस पार्टी का रोडमैप क्या होगा, इस पर केंद्रित है.

महानगरपालिका चुनाव को लेकर चरण सिंह सपरा ने कहा कि अभी चुनाव की घोषणा नहीं हुई है. गठबंधन के साथ चुनाव में जाएंगे या फिर अकेले, इसे लेकर हर जिले, तालुका और ग्राम पंचायत से विस्तृत जानकारी के आधार पर निर्णय लिए जाएंगे.

राहुल गांधी के महाराष्ट्र दौरे को लेकर उन्होंने कहा वह देशभर में अपने कार्यक्रमों को लेकर जा रहे हैं. महाराष्ट्र में कार्यक्रम को लेकर अभी कुछ स्पष्ट नहीं है.

पूर्व पीएम राजीव गांधी को लेकर कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर के बयान पर चरण सिंह सपरा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों से उनके बयान कांग्रेस को नुकसान पहुंचाने वाले होते हैं. वह अक्सर विवादित बयान देते हैं. अय्यर जो सवाल उठा रहे हैं, यह उन्हें तब पूछना चाहिए था, जब उन्हें राज्यसभा भेजा गया था. जबकि, वह साल 2009 का लोकसभा चुनाव हार गए थे. मुझे लगता है कि वह भाजपा के स्लीपर सेल के तौर पर काम करना चाहते हैं. वह एजेंडा चलाकर भाजपा को फायदा पहुंचाना चाहते हैं.

डीकेएम/