लखनऊ, 24 जून . उत्तर प्रदेश के बांदा से भारतीय जनता पार्टी के विधायक प्रकाश द्विवेदी और एसडीएम से विवाद का मामला सियासी तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है. इस मामले में विपक्षी दल सपा और कांग्रेस ने विधायक और पार्टी दोनों को घेरा है. उधर भाजपा विधायक ने भी अपना पक्ष रखा है.
समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को भाजपा के बांदा विधायक प्रकाश द्विवेदी के मामले को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है. उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, “भाजपा राज में उप्र में ये हो क्या रहा है. भाजपाई इंजन बनाम डिब्बा हो रहा है. भाजपाई नेता बनाम अधिकारी हो रहा है. अधिकारी बनाम अधिकारी हो रहा है. सत्ता सजातीय बनाम आम समाज हो रहा है. भाजपाई बनाम बेरोज़गार युवा हो रहा है. भाजपाई बनाम किसान हो रहा है. भाजपाई बनाम कारोबारी हो रहा है. भाजपाई बनाम महिला हो रहा है.”
कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक ‘एक्स’ हैंडल पर पोस्ट लिखा कि यूपी में एक भाजपा विधायक हैं प्रकाश द्विवेदी, इन्हें बालू माफिया कहा जाता है. बालू माफिया’ भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी के दो ट्रक अवैध रूप से मौरंग लादकर जा रहे थे. रास्ते में एसडीएम अमित शुक्ला ने विधायक के ट्रक रोक लिए और थाने ले जाने लगे. इसकी जानकारी ‘बालू माफिया’ भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी को हुई. उन्होंने पहले फोन कर एसडीएम को धमकाया- ‘ट्रक मेरे हैं, तुरंत उन्हें छोड़ दो.’ एसडीएम ने ट्रक छोड़ने से मना किया. भाजपा विधायक ने फोन पर कहा- ‘वहीं रुको, अभी आकर तुम्हारी औकात दिखाता हूं.’
पोस्ट में आगे बताया कि भाजपा विधायक अपने काफिले के साथ मौके पर पहुंचे और गाड़ी से उतरते ही एसडीएम को दो तमाचे जड़ दिए. पास ही खड़े यूपी पुलिस के जवान ने बीच-बचाव किया तो विधायक जी ने उसे भी जमकर मारा. इस दौरान भाजपा विधायक भद्दी-भद्दी गालियां दे रहे थे और आइंदा से ऐसी गलती करने पर जान से मारने की धमकी दे रहे थे. यह पूरा मामला करीब एक घंटे चला, बाद में अधिकारियों ने विधायक से माफी मांगी और कहा आगे से ऐसी गलती नहीं होगी. ये है भाजपा का गुंडाराज, जहां बालू माफिया खुलेआम अधिकारियों और यूपी पुलिस को पीट रहे हैं और अपना अवैध धंधा चला रहे हैं.
उधर भाजपा के विधायक प्रकाश द्विवेदी ने अपने ऊपर लगे सारे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि मेरी कोई भी मारपीट की घटना नहीं हुई है. इसको लोग बेवजह फैला रहे हैं. सपा मुखिया अखिलेश यादव को अपनी पार्टी पर ध्यान देने की जरूरत है. जनता ने हमें चुना है. हमारी जवाबदेही जनता के प्रति है. जहां भी गड़बड़ी होगी वहां डांटेंगे, हड़काएंगे, समझाया भी जाएगा. दुबक कर घर में नहीं बैठेंगे. मारपीट जैसी कोई घटना नहीं हुई है. सपा के लोग इस घटना में भाषण न दें. उनकी सत्ता में राजधानी लखनऊ के हजरतगंज में सीओ को बोनट में बैठकर घुमाया उन्हें यह कहने का अधिकार नहीं है. 2012 से 2017 के बीच में उनकी सरकार थी. वह अपना आचरण देखें. जनता ने उन्हें नकार दिया है.
उन्होंने कहा कि भाजपा को जनता ने एक बार नहीं दो-दो बार सत्ता में बैठाया है. यह जरूरी नहीं कि सारे अधिकारी ईमानदार हो. कुछ भ्रष्ट भी हो सकते है. वो अवैध वसूली कर सकते हैं. तो उसका जवाब हम देंगे. नौ साल से मैने खनन का काम अप्रत्यक्ष और प्रत्यक्ष रूप से बंद कर दिया है. मेरी कोई भूमिका नहीं है. एसडीएम ने ओम नारायण व्यक्ति जो कि लीगल काम बोल्डर गिराने का करता है, एक चालक है. साइड नाम न देने के नाम इतना मारा कि हाथ टूट गया है. जो एंट्री नहीं देते उन्हें टारगेट करके उन्हें परेशान करते हैं. मेरा कहना है जिसके पास कागज न हो, उसके खिलाफ एक्शन लेने पर हमें कोई दिक्कत नहीं हैं. लेकिन कार्यवाही के नाम अवैध वसूली करना ठीक नहीं है. वसूली के लिए दबाव बनाना और उन्हें परेशान करना ठीक नहीं है. उसका हमने विरोध किया है. किसी के साथ मारपीट की घटना नहीं हुई है.
विधायक ने बताया कि एसडीएम ने ओम नारायण नामक व्यक्ति को साइड न देने के नाम पर इतना मारा गया कि उसका हाथ टूट गया. इसके अलावा जो इंट्री नहीं देते उन्हें टारगेट करके परेशान करते हैं.
ज्ञात हो कि बांदा में मौरंग लदे ट्रक को छुड़ाने का विवाद भाजपा विधायक प्रकाश द्विवेदी और एसडीएम के बीच हो गया. बताया जा रहा है कि काफी देर तक विवाद होता रहा. पुलिस ने बताया कि इस मामले में एसडीएम के वाहन चालक ने चार नामजद और कुछ अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है.
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विकेटी/एएस