लखनऊ, 29 मार्च . बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात हार्ट अटैक से मौत हो गई. उनकी मौत पर बसपा और सपा ने सवाल खड़ा किया है. बसपा मुखिया मायावती ने मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने कहा कि अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई वह अत्यधिक चिंताजनक है.
बसपा मुखिया मायावती ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि मुख़्तार अंसारी की जेल में हुई मौत को लेकर उनके परिवार द्वारा जो आशंका जताई गई है व आरोप लगाए गए हैं, उनकी उच्च-स्तरीय जांच जरूरी है, ताकि सही तथ्य सामने आ सकें. ऐसे में उनके परिवार का दुःखी होना स्वाभाविक. कुदरत उन्हें इस दुःख को सहने की शक्ति दे.
सपा के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव ने लिखा कि पूर्व विधायक मुख़्तार अंसारी की जिन परिस्थितियों में मृत्यु हुई, वह अत्यधिक चिंताजनक है. उन्होंने न्यायालय में अर्ज़ी देकर पहले ही खाने में जहर मिलाकर अपनी हत्या की आशंका व्यक्त की थी. मौजूदा व्यवस्था में न कोई जेल में कोई सुरक्षित है, न ही पुलिस कस्टडी में और न ही अपने घर में. प्रशासनिक आतंक का माहौल पैदा करके लोगों को मुंह बंद रखने को विवश किया जा रहा है. राम गोपाल यादव ने पूछा, क्या मुख़्तार अंसारी द्वारा न्यायालय में दी गयी अर्ज़ी के आधार पर कोई न्यायिक जांच के आदेश करेगी यूपी सरकार?
गौरतलब है कि यूपी की बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात मेडिकल कॉलेज बांदा में हार्ट अटैक से मौत हो गई. पूरे यूपी में पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है. मऊ, गाजीपुर और बांदा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है. परिजनों की ओर से दी गई सूचना के अनुसार, गाजीपुर के काली बाग में स्थिति पारिवारिक कब्रिस्तान में मुख्तार को सुपुर्द-ए-खाक करने की तैयारी की जा रही है.
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