दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति और ब्रिटिश विदेश मंत्री उत्तर कोरिया के खिलाफ सहयोग पर सहमत

सियोल, 22 अक्टूबर . दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति यून सूक येओल ने सोमवार को ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड लैमी से मुलाकात की और उत्तर कोरिया-रूस के बीच बढ़ते सैन्य संबंधों को लेकर सुरक्षा और रक्षा उद्योग सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की.

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, उनके कार्यालय ने कहा कि बैठक के दौरान यून ने यूक्रेन में युद्ध का समर्थन करने के लिए रूस में सेना भेजने की उत्तर कोरिया की तैयारियों के बारे में नवीनतम जानकारी साझा की. वहीं, खतरों का मुकाबला करने के लिए ब्रिटेन और उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के साथ मिलकर सहयोग करने का वचन दिया.

उन्होंने ब्रिटेन के साथ रक्षा उद्योग में सहयोग बढ़ाने की इच्छा भी व्यक्त की. विशेष रूप से नौसेना और वायु सेना की क्षमताओं में, जिस पर लैमी ने सहमति व्यक्त की.

कार्यालय ने कहा कि लैमी ने रूस की अवैध कार्रवाइयों की निंदा की, जिसमें उत्तर कोरिया को सैन्य तैनाती के लिए जाली पासपोर्ट उपलब्ध कराना भी शामिल है. क्योंकि इससे यूरोप और दक्षिण कोरिया दोनों की सुरक्षा को गंभीर खतरा है तथा उन्होंने दक्षिण कोरिया के साथ सक्रिय सहयोग करने की प्रतिबद्धता जताई.

उन्होंने यह भी कहा कि यूके ऑकस सुरक्षा साझेदारी के पिलर 2 परियोजनाओं के संदर्भ में उन्नत रक्षा प्रौद्योगिकियों में सहयोग बढ़ाना चाहता है, जिसमें यूके, यूएस और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं.

सितंबर 2021 में लॉन्च किए गए ऑकस में दो प्रमुख स्तंभ हैं. स्तंभ 1 का उद्देश्य पारंपरिक रूप से सशस्त्र, परमाणु ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियों को प्राप्त करने में ऑस्ट्रेलिया का समर्थन करना है, जबकि स्तंभ 2 क्वांटम कंप्यूटिंग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और हाइपरसोनिक्स सहित उच्च तकनीक वाले क्षेत्रों में सहयोग के लिए है.

एकेएस/एबीएम