जयशंकर की यात्रा से पहले दक्षिण कोरियाई राजदूत ने द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों की सराहना की

नई दिल्ली, 4 मार्च . विदेश मंत्री एस. जयशंकर की मंगलवार से शुरू होने वाली एशियाई राष्ट्र की यात्रा से एक दिन पहले दक्षिण कोरिया के राजदूत चांग जे-बोक ने सोमवार को भारत और कोरिया के बीच गहराते आर्थिक संबंधों की सराहना की.

राजदूत जे-बोक सोमवार को राजधानी में सीआईआई दिल्ली राज्य वार्षिक सत्र और व्यापार सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में हिस्सा ले रहे थे. कार्यक्रम में एक प्रकाशन – “भारत और कोरिया गणराज्य – 50 और उससे आगे स्थायी व्यापार साझेदारी” जारी किया गया.

कोरियाई दूतावास ने एक्स पर पोस्ट किए गए एक संदेश में कहा, “अपनी बधाई टिप्पणियों में भारत में कोरिया के राजदूत चांग जे-बोक ने कोरिया और भारत के आर्थिक संबंधों को गहरा और विस्तारित करने की सराहना की.”

दूतावास के अनुसार, प्रकाशन में दोनों देशों के बीच 50वें राजनयिक संबंधों की स्मृति में 50 कोरियाई और भारतीय कंपनियों की कहानियां हैं.

पिछले महीने के अंत में एक मीडिया ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए जे-बोक ने दोनों देशों के बीच व्यापक आर्थिक साझेदारी समझौते (सीईपीए) के बारे में बात की थी और राष्ट्रपति यूं सुक येओल की संभावित राजकीय यात्रा से पहले समझौते पर बातचीत संपन्न होने की उम्मीद जताई थी.

इस साल अप्रैल में दक्षिण कोरिया में होने वाले चुनाव के बाद राष्ट्रपति यून सुक येओल के दौरे की उम्मीद है.

इस बीच, विदेश मंत्री जयशंकर अपने दक्षिण कोरियाई समकक्ष चो ताए-यूल के साथ 10वीं भारत-कोरिया गणराज्य संयुक्त आयोग की बैठक की सह-अध्यक्षता करने के लिए 5-6 मार्च को सोल की अपनी पहली यात्रा करेंगे.

दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों तक विस्तारित हुई है, जिसमें व्यापार, निवेश, रक्षा, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और संस्कृति शामिल हैं. विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति के अनुसार, संयुक्त आयोग की बैठक में द्विपक्षीय सहयोग के संपूर्ण आयाम की व्यापक समीक्षा करने और इसे और मजबूत करने के रास्ते तलाशने की उम्मीद है.

यह दोनों पक्षों को आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने का अवसर भी प्रदान करेगा.

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