सियोल, 13 अक्टूबर . मेडिकल कॉलेज में प्रवेश की संख्या बढ़ने से शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर जताई जा रही चिंता पर दक्षिण कोरिया के शिक्षा मंत्री ली जू-हो ने कहा कि सरकार मेडिकल स्कूल शिक्षा की गुणवत्ता की गारंटी देगी.
योनहाप की रिपोर्ट के अनुसार इस साल की शुरुआत में सरकार ने डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए अगले पांच वर्षों में छात्रों की संख्या में प्रति वर्ष लगभग 2,000 की वृद्धि करने की अपनी योजना के तहत 2025 के लिए मेडिकल स्कूल की सीटों की संख्या में लगभग 1,500 की वृद्धि करने का निर्णय लिया.
इस योजना के कारण फरवरी से ही अधिकांश प्रशिक्षु डॉक्टर सामूहिक इस्तीफा देकर अपने कार्यस्थल छोड़ रहे हैं. डॉक्टरों ने सरकार से मांग की है कि वह इस योजना को पूरी तरह से वापस ले और इस मामले पर नए सिरे से विचार करे.
योनहाप समाचार एजेंसी के साथ एक साक्षात्कार में ली ने कहा था, “यह सुनिश्चित करना चाहिए कि मेडिकल स्कूल कोटा वृद्धि के मद्देनजर शिक्षा की गुणवत्ता खराब न हो.”
ली ने कहा कि सरकार ने मेडिकल छात्रों की संख्या में वृद्धि से निपटने के लिए पर्याप्त धन और फैकल्टी सपोर्ट हासिल कर लिया है.
इस महीने की शुरुआत में शिक्षा मंत्रालय ने हाल ही में चिकित्सा छात्रों को अगले साल स्कूल वापस आने की शर्त पर अस्थायी रूप से छुट्टी लेने की अनुमति दी है.
यह निर्णय पिछले महीने के अंत में सियोल नेशनल यूनिवर्सिटी द्वारा उठाए गए उस कदम के बाद लिया गया है, जिसमें सरकार की चिकित्सा सुधार योजनाओं (जिसमें मेडिकल स्कूल में प्रवेश कोटा बढ़ाना भी शामिल है) के विरोध में सामूहिक रूप से प्रस्तुत किए गए अनुपस्थिति अवकाश के अनुरोधों को मंजूरी दी गई थी.
ली ने अपने मंत्रालय के निर्णय को उत्साहवर्धक संकेत बताया. साथ ही कहा कि प्रशिक्षु डॉक्टरों की लंबे समय से चली आ रही हड़ताल को हल करने के लिए सरकार और चिकित्सा समुदाय के बीच बातचीत शुरू होगी.
रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि ली ने चेतावनी दी कि जो छात्र अगले साल वापस नहीं आएंगे, उन्हें दंड का सामना करना पड़ेगा, जिसमें निष्कासन भी शामिल है.
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एमकेएस/एएस