सोल, 26 दिसंबर . दक्षिण कोरिया के भ्रष्टाचार निरोधक जांच निकाय ने राष्ट्रपति यून सुक योल को मार्शल लॉ लागू करने के मामले में इस वीकेंड पूछताछ के लिए बुलाया है.
उच्च पदस्थ अधिकारियों के लिए भ्रष्टाचार जांच कार्यालय (सीआईओ) ने यून को रविवार सुबह 10 बजे सोल के दक्षिण में ग्वाचेन स्थित अपने कार्यालय में पेश होने का आदेश देते हुए समन जारी किया.
यह सीआईओ का तीसरा समन था, इससे पहले यून ने दो समन को नजरअंदाज किया था, जिनमें से एक क्रिसमस के दिन पूछताछ के लिए था.
योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, सीआईओ ने पुलिस और रक्षा मंत्रालय की जांच इकाई के साथ मिलकर उन आरोपों की तफ्तीश की है,जिनमें कहा गया है कि यून ने मार्शल लॉ घोषित करके विद्रोह को उकसाया और अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया.
बता दें राष्ट्रपति यून ने 03 दिसंबर की रात को दक्षिण कोरिया में आपातकालीन मार्शल लॉ की घोषणा की, लेकिन बुधवार को संसद द्वारा इसके खिलाफ मतदान किए जाने के बाद इसे निरस्त कर दिया गया.
मार्शल लॉ कुछ घंटों के लिए ही लागू रहा. हालांकि चंद घटों के लिए लागू हुए मार्शल लॉ ने देश की राजनीति को हिला कर रख दिया.
नेशनल असेंबली ने 14 दिसंबर को राष्ट्रपति यून सुक-योल के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित किया था. यह प्रस्ताव 03 दिसंबर की रात को मार्शल लॉ लागू करने के लिए उनके खिलाफ लाया गया था. अब सभी की निगाहें संवैधानिक न्यायालय पर टिकी हैं, जो राष्ट्रपति यून सूक योल के महाभियोग पर अंतिम फैसला लेगा.
यून की जगह प्रधानमंत्री हान डक-सू ने कार्यवाहक राष्ट्रपति के रूप में कार्यभार संभाल रहे हैं.
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