सोल, 4 दिसंबर . दक्षिण कोरिया के रक्षा मंत्री किम योंग-ह्यून ने बुधवार को माफी मांगी और इस्तीफे की पेशकश की. किम ने एक बयान में कहा, “मैंने इमरजेंसी मार्शल लॉ की वजह से पैदा हुई उथल-पुथल की जिम्मेदारी लेते हुए राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा सौंप दिया है.” आरोप है कि किम ने कथित तौर पर मार्शल लॉ घोषित करने का प्रस्ताव रखा था. उनकी इस्तीफे की मांग विपक्षी ही नहीं बल्कि सत्तारूढ़ पार्टी की तरफ से भी गई.
बता दें राष्ट्रपति यून सुक-योल ने देश में मंगलवार रात मॉर्शल लॉ लगाने की घोषणा की थी. हालांकि बुधवार सुबह उन्हें अपना फैसला पलटना पड़ा. मार्शल लॉ करीब छह घंटे तक लागू रहा.
किम ने कहा कि मंत्रालय नेशनल डिफेंस और पब्लिक सेफ्टी की रक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारी निभाता रहेगा. उन्होंने कहा, “मार्शल लॉ हटा लिया गया है और लोग अपने दैनिक जीवन को फिर से शुरू कर रहे हैं, लेकिन घरेलू राजनीतिक स्थिति और सुरक्षा परिस्थितियां आसान नहीं हैं.”
किम ने कहा, “रक्षा मंत्रालय यह सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रयास करेगा कि रक्षा अभियान बिना किसी बाधा के चलाए जाएं और साथ ही टकराव वाले मुद्दों का स्थिर प्रबंधन किया जाए.”
किम की माफी मुख्य विपक्षी डेमोक्रेटिक पार्टी (डीपी) की ओर से उनके खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पेश करने के एक घंटे से भी कम समय बाद आई.
उम्मीद है कि डीपी गुरुवार को संसद के पूर्ण सत्र में प्रस्ताव को पेश करेगी, साथ ही राष्ट्रपति यून सुक येओल के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव को भी पेश करेगी.
राष्ट्रपति यून ने एक टीवी संबोधन में मार्शल लॉ लागू करने की वजहों को जिक्र किया. उन्होंने कहा कि देश की उदारवादी संवैधानिक व्यवस्था को बचाने के लिए ऐसा कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मार्शल लॉ की उनकी घोषणा का उद्देश्य ‘राज्य विरोधी ताकतों को खत्म करना’ है. उन्होंने विपक्ष पर सार्वजनिक अधिकारियों के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव लाकर सरकार को ‘पंगु’ करने और प्रस्तावित राष्ट्रीय बजट को कम करने का आरोप लगाया.
यून की मार्शल लॉ की घोषणा का न सिर्फ विपक्षी पार्टियों ने बल्कि उनकी अपनी सत्ताधारी दल पीपुल्स पावर पार्टी (पीपीपी) ने भी विरोध किया.
पीपीपी अध्यक्ष हान दोंग-हून ने ने राष्ट्रपति यून सूक योल से अपील की कि वे अपने उस फैसले की व्याख्या करें, जिसमें उन्होंने आपातकालीन मार्शल लॉ घोषित किया था.
हान ने नेशनल असेंबली में कहा, “राष्ट्रपति यून को इस विनाशकारी स्थिति के बारे में सीधे तौर पर बताना चाहिए और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को कड़ी जवाबदेही देनी चाहिए, जिसमें मार्शल लॉ का प्रस्ताव देने वाले रक्षा मंत्री को तत्काल बर्खास्त करना भी शामिल है.”
मीडिया रिपोट्स के मुताबिक राष्ट्रपति यून सुक-योल पीपुल्स पावर की लोकप्रियता रेटिंग लगातार कम हो रही है. उनकी पत्नी भी कुछ कथित घोटालों और विवादों से जुड़ी रही हैं.
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