दक्षिण कोरिया ने लंपी त्वचा रोग के एक और मामले की पुष्टि की

सियोल, 5 अक्टूबर . दक्षिण कोरिया में फिर से मवेशियों में लंपी स्किन डिजीज (एलएसडी) का मामला सामने आया है, जिससे इस साल कुल मामलों की संख्या आठ हो गई है. यह जानकारी शनिवार को सरकारी अधिकारियों ने दी.

योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया, कृषि मंत्रालय के अनुसार, यह नया मामला शुक्रवार को गोसॉन्ग के एक पशु फार्म में पाया गया, जो सियोल से करीब 160 किलोमीटर उत्तर-पूर्व में है.

यह मामला ठीक एक दिन पहले यांगयांग (सियोल से 154 किलोमीटर उत्तर-पूर्व) और प्येओंगटेक (सियोल से 64 किलोमीटर दक्षिण) के फार्मों में ऐसे ही मामलों की पुष्टि होने के बाद सामने आया.

संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने प्रभावित फार्मों को घेर लिया है और क्वारंटाइन के उपाय किए हैं.

कृषि मंत्रालय ने प्रांतीय सरकारों से सतर्क रहने और देश भर में मवेशियों के टीकाकरण को इस महीने के अंत तक पूरा करने का आह्वान किया है.

एलएसडी एक बहुत संक्रामक बीमारी है, जिससे मवेशियों की त्वचा पर घाव, बुखार और भूख कम लगने जैसे लक्षण होते हैं. इससे दूध उत्पादन घटता है और कभी-कभी मौत भी हो जाती है. यह बीमारी मच्छरों और खून चूसने वाले कीड़ों के जरिए फैलती है.

इस साल अगस्त में देश में पहली बार एलएसडी का मामला अनसॉन्ग में पाया गया था, जो सियोल से 65 किलोमीटर दक्षिण में है. वहां 80 गायें पाली जाती हैं. यह नवंबर पिछले साल के बाद पहली बार दक्षिण कोरिया में एलएसडी का मामला था.

इस बीच, कृषि मंत्रालय ने हाल ही में कहा कि वह 2025 तक एलएसडी के लिए एक जेनेटिक डायग्नोस्टिक किट (आनुवंशिक जांच किट) का व्यवसायीकरण करने की योजना बना रहा है. यह किट संक्रमित मवेशियों की पहचान कर पूरी गायों की झुंड को नष्ट करने की बजाय सिर्फ बीमार गायों को अलग करने में मदद करेगी.

कृषि, खाद्य और ग्रामीण मामलों के मंत्रालय के अनुसार यह तकनीक मीडियन डायग्नॉस्टिक्स के साथ मिलकर विकसित की गई है, जो 8 घंटे के अंदर नतीजे दे सकती है, जबकि पहले यह प्रक्रिया एक हफ्ते लेती थी.

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