दक्षिण कोरिया और अमेरिका की पहली ज्वाइंट ड्रोन स्ट्राइक ड्रिल

सोल, 1 नवंबर . दक्षिण कोरिया और अमेरिका ने पहली बार संयुक्त ड्रोन अटैक अभ्यास किया. दक्षिण कोरियाई वायुसेना ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उत्तर कोरिया की ओर से किए गए इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) के लेटेस्ट लॉन्च के जवाब में इस अभ्यास का आयोजन किया गया. बता दें प्योंगयांग सोल-वाशिंगटन संयुक्त सैन्य अभ्यास का विरोध करता रहा है.

योनहाप समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दक्षिण कोरिया में एक दक्षिण कोरियाई आरक्यू-4बी ग्लोबल हॉक निगरानी ड्रोन और एक अमेरिकी एमक्यू-9 रीपर हमलावर ड्रोन के साथ लाइव फायर ड्रिल हुई. उत्तर कोरियाई खतरों के खिलाफ मित्र राष्ट्रों की सैन्य क्षमताओं का स्पष्ट प्रदर्शन है.

दक्षिण कोरिया ने शुक्रवार को उत्तर कोरिया के 11 व्यक्तियों और 4 संस्थाओं पर नए प्रतिबंध लगाने की घोषणा की. यह प्रतिबंध इस सप्ताह की शुरुआत में उत्तर कोरिया की ओर से किए गए इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) के नवीनतम लॉन्च के जवाब में लगाए गए.

डेमोक्रेटिक पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ कोरिया (डीपीआरके) ने गुरुवार सुबह एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया. कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, देश के शीर्ष नेता ने इस कार्यक्रम की निगरानी की. राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने परीक्षण की पुष्टि की.

किम जोंग उन ने कहा कि डीपीआरके (उत्तर कोरिया का आधिकारिक नाम), परमाणु शक्ति विकसित करने की अपनी नीति में कोई बदलाव नहीं करेगा.

किम ने कहा कि ‘दुश्मन की ओर से अपने परमाणु गठबंधन को खतरनाक तरीके से मजबूत करना’ और सैन्य युद्धाभ्यास जैसे कदम परमाणु ताकत को मजबूत करने की जरुरत को उजागर करते हैं.

किम ने कहा, “हमें अपने राज्य के सुरक्षा क्षेत्र में किसी भी खतरे को कभी भी आने नहीं देना चाहिए.”

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