दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा नेता का निधन, राष्ट्रपति रामाफोसा ने किया शोक व्यक्त

केप टाउन, 19 मार्च . दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने गुरुवार को दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा और राष्ट्रीय धार्मिक नेता मंच के अध्यक्ष अश्विन त्रिकमजी के परिवार, मित्रों और सहयोगियों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. त्रिकमजी का निधन आज सुबह जोहान्सबर्ग के एक अस्पताल में 80 वर्ष की आयु में हो गया.

रामाफोसा ने एक्स पर लिखा, “दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा के अध्यक्ष और राष्ट्रीय धार्मिक नेता मंच के अध्यक्ष श्री अश्विन त्रिकमजी के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है.”

राष्ट्रपति ने कहा, “वह एक वकील थे, जिन्होंने तत्कालीन नेटाल लॉ सोसायटी के अध्यक्ष, दक्षिण अफ्रीका के लॉ सोसायटी एसोसिएशन के अध्यक्ष, अंतर्राष्ट्रीय बार एसोसिएशन के अफ्रीकी क्षेत्रीय फोरम के अध्यक्ष और आईबीए की मानवाधिकार समिति के सदस्य के रूप में कार्य किया. एक अश्वेत चेतना कार्यकर्ता के रूप में, उन्होंने नेटाल इंडियन कांग्रेस के डरबन सेंट्रल कंपोनेंट का भी नेतृत्व किया, और वे दक्षिण अफ्रीकी फुटबॉल एसोसिएशन के उपाध्यक्ष भी रहे.”

दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति ने लिखा, “अश्विन की गहरी आध्यात्मिकता उनके हिंदू धर्म से जुड़े होने से कहीं आगे तक फैली हुई थी, क्योंकि उन्होंने हमारे देश में विभिन्न धार्मिक समुदायों के बीच सहिष्णुता और सहयोग की वकालत की थी. हम उनके सौम्य, शांत उपस्थिति, बुद्धिमान सलाह और हमारे देश के कई क्षेत्रों में उनकी विनम्र लेकिन मेहनती सेवा को याद रखेंगे. उनकी आत्मा को शांति मिले.”

त्रिकमजी दक्षिण अफ्रीका के सामाजिक और सांस्कृतिक परिवर्तन में गहराई से शामिल थे. दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा के अध्यक्ष के रूप में, वे धार्मिक और नैतिक मुद्दों पर एक सम्मानित आवाज़ थे. अपनी औपचारिक भूमिकाओं से परे, वे न्याय, सामुदायिक उत्थान और युवा कानूनी पेशेवरों के मार्गदर्शन के लिए अपनी अटूट प्रतिबद्धता के लिए भी जाने जाते थे. त्रिकमजी ने कानूनी पेशे में एक शानदार करियर बनाया और एक अग्रणी व्यक्ति बन गए.

प्रिटोरिया स्थित भारतीय उच्चायोग ने लिखा, “श्री अश्विन त्रिकमजी के निधन पर उनके परिवार के सदस्यों और मित्रों के प्रति संवेदना. श्री त्रिकमजी दक्षिण अफ्रीकी हिंदू महासभा के अध्यक्ष और राष्ट्रीय धार्मिक नेता फोरम के अध्यक्ष थे.”

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