बेंगलुरु, 27 जुलाई . कर्नाटक सरकार में नगर विकास मंत्री के.एम. राजन्ना ने कथित वाल्मीकि निगम घोटाले में जनता के पैसे के दुरुपयोग की संभावना जताई है. उन्होंने कहा कि इस मामले में विशेष जांच दल गठित किया गया है. इसके अलावा ईडी और सीबीआई भी मामले की जांच कर रही है. कर्नाटक में यह मामला लगातार चर्चाओं में है.
नगर विकास मंत्री के.एम. राजन्ना ने कहा है कि, वाल्मीकि निगम में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर काफी चर्चा हो रही है और मीडिया ने भी इस मुद्दे को उठाया है. हमें भी शक है कि वहां कुछ गड़बड़ी हुई है. निगम में कुछ तो गड़बड़ है, ऐसा लगता है कि जनता के पैसे का दुरुपयोग हुआ है. इस बात को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) गठित किया है.
उन्होंने कहा, “इसके अलावा, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) भी इस मामले की जांच कर रहे हैं. तीनों एजेंसियां जांच कर रही हैं और कुछ गिरफ्तारियां भी हुई हैं. राज्य की जनता और सरकार चाहती है कि दोषियों को सजा मिले और दुरुपयोग किए गए सभी पैसे को वसूला जाए. हम सभी यही चाहते हैं.”
“एमयूडीए में भी भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं. मुझे मीडिया के माध्यम से पता चला है कि विपक्ष पदयात्रा करने की योजना बना रहा है. एमयूडीए में भ्रष्टाचार के आरोप लगाने वाले विपक्षी सदस्यों को पहले अपने नाम पर मिली प्लॉट वापस करनी चाहिए, उसके बाद वह आरोप लगा सकते हैं.”
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आईटी सेल हेड अमित मालवीय ने भी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. अमित मालवीय ने 27 जुलाई को अपने सोशल मीडिया अकाउंट “एक्स” पर पोस्ट किया था कि वाल्मीकि अनुसूचित जनजाति विकास निगम में 187 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है. लगभग 14,000 करोड़ रुपये, जो एससी/एसटी समुदायों के लिए थे उसका दुरुपयोग किया गया है. एससी, एसटी या वाल्मीकि, कांग्रेस ने किसी को भी नहीं बख्शा.
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