देश में कुछ लोग कट्टरवादी, सभी भारतीयों के पूर्वजों का है साझा इतिहास : सुनील आंबेकर

रांची, 14 जुलाई . राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने संघ में कट्टर विचारधारा होने की बात से इनकार किया है. उन्होंने रांची में भारतीय प्रांत प्रचारक बैठक के दौरान रविवार को यह बात कही. उन्होंने इस बात को भी गलत बताया कि ‘यह संगठन मुस्लिमों का नहीं है’, ऐसी आम धारणा है.

आंबेकर ने कहा कि देश में कुछ लोग हैं जो दो प्रकार की बातें करते हैं. कुछ लोग बहुत कट्टर हैं. कट्टरवादी ताकतें हमारे देश में भी हैं और दूसरे देशों में भी. उनके विचार पूरी तरह मानवता के खिलाफ हैं. कुछ ऐसे लोग भी हैं जो देश में ओछी राजनीति करते हैं और ऐसी बातें करते हैं.

उन्होंने कहा कि देश काफी आगे जा रहा है, प्रगति कर रहा है और संघ का मानना है कि देश के सभी लोगों के पूर्वज इसी देश के हैं, व्यापक रूप से देश में सभी का साझा इतिहास है. संघ इसी तरह से सोचते हुए आगे बढ़ रहा है.

यह बैठक सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में शुक्रवार सुबह हुई थी. बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले के मार्गदर्शन में संघ की वार्षिक योजना तैयार की गई. बैठक में वर्ष 2025 में संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर भी मंथन हुआ.

सुनील आंबेकर ने बताया कि इस समय देश में संघ की 73 हजार शाखाएं हैं और लक्ष्य उसे बढ़ाकर एक लाख तक ले जाने का है. देश भर में 10-15 गांवों के समूह पर मंडल स्तरीय संगठन बनाए जाने की योजना है. बैठक में संघ के सभी सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, सी.आर. मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त, आलोक कुमार, अतुल लिमये; सभी 46 प्रांतों के प्रचारक; अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य; संघ की छह प्रमुख गतिविधियों-कार्यक्रमों के संयोजक एवं सहसंयोजक; सभी क्षेत्र प्रचारक; क्षेत्र प्रचारक प्रमुख; और उनके सहयोगी उपस्थित थे.

इसके अलावा संघ की विचारधारा वाले कुछ प्रमुख संगठनों के संगठन मंत्रियों ने भी बैठक में भाग लिया. इस बैठक के बाद भी संघ प्रमुख मोहन भागवत 19 जुलाई तक रांची में प्रवास करेंगे. इस दौरान वह संघ की विचारधारा वाले संगठनों से जुड़े प्रमुख व्यक्तियों के साथ विमर्श करेंगे.

एएस/एकेजे