राजस्थान की धरती पर ‘अजेय वारियर’ सैन्य अभ्यास, भारत और ब्रिटेन के जवान हुए शामिल

New Delhi, 17 नवंबर . India और ब्रिटेन के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास ‘अजेय वारियर 2025’ Monday को शुरू हो गया. यह अभ्यास Rajasthan स्थित महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के फॉरेन ट्रेनिंग नोड में हो रहा है. दोनों देशों के बीच सामरिक सहयोग को नई ऊर्जा प्रदान करते हुए यह द्विपक्षीय अभ्यास 17 से 30 नवंबर तक जारी रहेगा. यह सैन्य अभ्यास दोनों देशों की सेनाओं के बीच बढ़ते रणनीतिक विश्वास का प्रतीक भी है.

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, इस वर्ष के अभ्यास में कुल 240 सैनिक हिस्सा ले रहे हैं, जिनमें भारतीय सेना और ब्रिटिश सेना का समान प्रतिनिधित्व शामिल है. India की ओर से प्रतिष्ठित सिख रेजिमेंट के जवान भाग ले रहे हैं, जो अपनी वीरता, अनुशासन और युद्ध कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं. ब्रिटिश सेना के चयनित सैनिकों के साथ संयुक्त प्रशिक्षण से इंटरऑपरेबिलिटी को और अधिक सुदृढ़ करने का लक्ष्य रखा गया है. इस सैन्य अभ्यास को संयुक्त राष्ट्र जनादेश के तहत डिजाइन किया गया है. इसके अंतर्गत दोनों देशों के सैनिक अर्ध-शहरी और जटिल इलाकों में आतंकवाद-रोधी अभियानों का वास्तविक अनुभव हासिल करेंगे.

दोनों देशों के जवानों के लिए प्रशिक्षण मॉड्यूल विशेष प्रकार से तैयार किए गए हैं. ये मॉड्यूल आधुनिक युद्धक्षेत्र की चुनौतियों का वास्तविक रूप प्रस्तुत करेंगे. दोनों सेनाएं आने वाले दिनों में कई महत्वपूर्ण गतिविधियों में भाग लेंगी. इनमें ब्रिगेड-स्तरीय संयुक्त मिशन योजना, इंटीग्रेटेड टैक्टिकल ड्रिल्स व सिमुलेशन आधारित परिचालन परिदृश्य शामिल हैं. साथ ही यहां कंपनी-स्तरीय फील्ड प्रशिक्षण अभ्यास व अर्ध-शहरी इलाकों में आतंकवाद-रोधी अभियानों का अभ्यास भी किया जाएगा.

ये सभी गतिविधियां वास्तविक परिस्थितियों का अनुकरण करती हैं ताकि सैनिकों को जमीन स्तर पर आने वाली संभावित चुनौतियों से निपटने में दक्षता प्राप्त हो. अजेय वारियर अभ्यास का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य दोनों सेनाओं के बीच सर्वोत्तम प्रथाओं का आदान-प्रदान करना है. इसमें ऑपरेशनल प्लानिंग, संचार, समन्वय, और हथियार प्रणालियों का उपयोग शामिल है. यह सहयोग न केवल सैनिकों की टैक्टिकल क्षमता बढ़ाता है बल्कि दोनों देशों की सेनाओं के बीच सामरिक तालमेल को भी मजबूत करता है.

2011 में प्रारंभ हुआ अजेय वारियर अभ्यास आज दोनों सेनाओं के बीच फ्लैगशिप संयुक्त प्रशिक्षण कार्यक्रम का दर्जा प्राप्त कर चुका है. इसे प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किया जाता है और यह India तथा ब्रिटेन के दीर्घकालिक रक्षा सहयोग को मजबूती प्रदान करता है. वर्ष 2025 का संस्करण विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दोनों देशों की पेशेवर उत्कृष्टता, सहयोग की भावना, और क्षेत्रीय व वैश्विक शांति एवं स्थिरता के प्रति साझा प्रतिबद्धता को और सुदृढ़ करता है.

जीसीबी/डीकेपी