चेन्नई, 4 मार्च . तमिलनाड़ु में अवैध शराब की बिक्री के खिलाफ सामाजिक संगठनों ने मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश में बड़े पैमाने पर अवैध शराब की बिक्री हो रही है.
सामाजिक एवं आर्थिक अध्ययन संस्थान के निदेशक पी.आर.प्रकाश ने कहा कि आंध्र प्रदेश से बड़ी मात्रा में अवैध शराब के विक्रेता यहां पहुंच रहे हैं, लेकिन राज्य पुलिस आंखें मूंदी हुई है.
उन्होंने कहा कि तमिलनाड़ु का तिरुपथुर जिले में वानीयंबादी क्षेत्र अवैध शराब की बिक्री के बड़े केंद्र के रूप में तब्दील हो चुका है, जो कि शराब के तस्करों को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है.
उन्होंने कहा, “मिनी बस के जरिए आंध्र प्रदेश से होते हुए तमिलनाडु में अवैध शराब को पहुंचाया जाता है.”
उन्होंने कहा कि प्रति पाउच 50 रुपए में शराब बेची जा रही है. अवैध विक्रेता एक पाउच लेने पर चार पाउज और मुफ्त में देने की पेशकश कर रहे हैं. प्रत्येक पाउच में 200 मिलिलीटर शराब है, जिसकी कीमत आंध्र प्रदेश में 50 रुपए है, लेकिन जब यह तमिलनाडु पहुंचती है, तो इसकी कीमत दोगुनी हो जाती है.
वणियांबड़ी पुलिस ने को बताया कि वह आंध्र प्रदेश पुलिसकर्मियों के संपर्क में है और तमिलनाडु में शराब की अवैध तस्करी को जल्द ही समाप्त करेगी.
सेंटर फॉर पॉलिसी एंड डेवलपमेंट स्टडीज के निदेशक सी. राजीव ने कहा कि उनके पास यह जानकारी थी कि अवैध शराब को आंध्र प्रदेश से लाकर तमिलनाड़ु में बेचा जा रहा है, जिस पर अंकुश लगाने के लिए त्वरित कार्रवाई की जानी चाहिए.
59 वर्षीय कमलेश्वरी नौकरी के लिए रोजाना आंध्र प्रदेश जाती है. उन्होंने को बताया, “तमिलनाडु में शराब की तस्करी प्रतिदिन की जाती है.”
उन्होंने कहा कि महिलाओं को बेशुमार दुश्वारियों का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि बड़ी संख्या में लोग शराब खरीदने के लिए सीमावर्ती इलाकों की ओर जाते हैं.
वानियमबाडी से दिहाड़ी मजदूर 42 वर्षीय मणिकांतन ने को बताया कि यह शहर अब अवैध शराब की बिक्री के लिए काफी चर्चित होता जा रहा है. उन्होंने कहा, “तस्करी पर अंकुश लगाने के मकसद से सरकार को जल्द से जल्द हस्तक्षेप करना चाहिए.”
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