
जिले में अफीम की फसल पर डोडे आ चुके है और कई जगहों पर चीरा लगाना शुरू भी हो चुका है. किसान दिन-रात खेतों पर अफीम की सुरक्षा में लगे हुए हैं. वहीं, दूसरी तरफ तस्करों की भी अफीम के अलावा डोडे पर भी नजर है. तस्कर सक्रिय होकर गांव में घूम रहे हैं. चित्तौड़गढ़ शहर के निकट स्थित चित्तौड़ी खेड़ा गांव में भी शनिवार रात को अज्ञात चोरों ने एक खेत पर अफीम की फसल से डोडे चोरी कर लिए. इस घटना को लेकर शहर के कोतवाली थाने में रिपोर्ट दी गई है. पुलिस ने अफीम की फसल से डोडे चोरी होने का मामला दर्ज कर लिया है.
आगुचा गया हुआ था खेत मालिक
चित्तौड़ी खेड़ा निवासी ईश्वर सिंह (74) पुत्र उदय सिंह तंवर का गांव में ही कृषि भूमि है, जहां 10 आरी में अफीम की खेती की जा रही है. नारकोटिक्स विभाग की ओर से उन्हें लाइसेंस दिया गया था. उनके अफीम की फसल में डोडे आ रहे थे और वह पक भी चुके थे. 23 फरवरी को ईश्वर सिंह अपने खेत पर काम करने वाले सिजारी मोहन लाल भील के साथ आखिरी बार खेत गए थे और उसके बाद वो भीलवाड़ा जिले के आगुचा चले गए. रविवार सुबह 5 बजे जब मोहनलाल की नींद खुली और वो खेत गए तो पता चला की आधे से ज्यादा डोडे गायब थे. मोहनलाल ने तुरंत ईश्वर सिंह को फोन कर इसकी जानकारी दी. उसके बाद ईश्वर सिंह आगूचा से दोपहर को वापस चित्तौड़गढ़ पहुंचे.
ईश्वर सिंह ने यहां आकर उन्होंने इस चोरी की सूचना कोतवाली थाना अधिकारी को दी. मौके पर थाना कोतवाली से एएसआई अर्जुन सिंह पहुंचे और ईश्वर सिंह की रिपोर्ट पर मामला दर्ज कर लिया. ईश्वर सिंह का कहना था कि डोडे में आगामी कुछ दिनों में ही चीरा लगाने की प्लानिंग थी, जिसकी तैयारियां की जा रही थी. नारकोटिक्स विभाग को भी इसकी जानकारी दी गई है. चोर आधे खेत से डोडे चोरी कर ले गए. हाईवे के पास खेत होने के कारण यहां तस्करों का आना जाना बहुत होता है.