गांधीनगर, 5 सितंबर . 2200 करोड़ रुपए के बहुचर्चित सट्टा कांड का मुख्य आरोपी हर्षिल जैन कानून के शिकंजे में आ गया है. एसएमसी (स्टेट मॉनिटरिंग सेल) की टीम ने दुबई पुलिस की मदद से उसे गिरफ्तार कर Friday को Ahmedabad एयरपोर्ट पर हिरासत में ले लिया. आरोपी लंबे समय से फरार चल रहा था और उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया था.
यह मामला 2023 में सामने आया था, जब पीसीबी ने Ahmedabad के मधुपुरा स्थित एक बिल्डिंग पर छापा मारकर बड़े पैमाने पर डब्बा ट्रेडिंग और क्रिकेट सट्टा कांड का भंडाफोड़ किया था. इस दौरान चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था और आगे की जांच एसएमसी को सौंपी गई थी. जांच में खुलासा हुआ था कि इस सट्टा नेटवर्क में फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड खरीदे गए और बड़े पैमाने पर अवैध सट्टेबाजी को अंजाम दिया गया. जांच में हर्षिल जैन का नाम प्रमुख रूप से सामने आया था.
हर्षिल जैन के ऑफिस से ही डब्बा ट्रेडिंग और सट्टा घोटाले का संचालन किया जा रहा था. इसके बाद उसके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर प्रत्यर्पण की कार्रवाई शुरू की गई. दुबई पुलिस की मदद से उसे ढूंढ निकाला गया और भारत प्रत्यर्पित किया गया.
इस केस में अब तक कुल 36 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है और हर्षिल जैन 37वां आरोपी है. हालांकि, इस घोटाले के अन्य मुख्य आरोपी अमित मजीठिया और सौरभ चंदवाकर अब भी फरार बताए जा रहे हैं. उनकी गिरफ्तारी के लिए एसएमसी लगातार प्रयासरत है. गिरफ्तारी के बाद हर्षिल जैन से पूछताछ जारी है और एसएमसी को उम्मीद है कि इस मामले में और बड़े खुलासे हो सकते हैं.
स्टेट मॉनिटरिंग सेल के डीआईजीपी निर्लिप्त राय ने बताया कि आरोपी लंबे समय से देश छोड़कर फरार था. उसे यूएई में लोकेट करने के बाद सभी कानूनी प्रक्रियाओं का पालन किया गया. इसके बाद आरोपी को यूएई से भारत लाया गया और आज उसे गिरफ्तार कर लिया गया.
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पीएसके