25 अगस्त को भारत-अमेरिका वार्ता का छठा दौर महत्वपूर्ण : मॉर्गन स्टेनली

New Delhi, 7 अगस्त . अंतरिम व्यापार समझौते पर पहुंचने के लिए भारत-अमेरिका वार्ता का छठा दौर महत्वपूर्ण होगा क्योंकि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर एडिशनल 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे 27 अगस्त से कुल टैरिफ बढ़कर 50 प्रतिशत हो जाएगा. यह जानकारी मॉर्गन स्टेनली की एक रिपोर्ट में Thursday को दी गई.

वार्ता का यह छठा दौर वर्तमान में 25 अगस्त को निर्धारित है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि निर्यात वृद्धि और घरेलू मांग के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखी जाएगी रखेगी ताकि स्पिलओवर प्रभाव के साथ-साथ किसी भी वृद्धिशील नीतिगत प्रतिक्रिया पर भी नजर रखी जा सके.

वित्त वर्ष 2025 में भारत का अमेरिका को कुल निर्यात 86.5 अरब डॉलर (जीडीपी का 2.2 प्रतिशत) रहा.

मूल 25 प्रतिशत टैरिफ और एडिशनल पेनल्टी, दोनों ही भारत के अमेरिका को निर्यात के 67 प्रतिशत पर लागू हैं, जो 58 अरब डॉलर (जीडीपी का 1.5 प्रतिशत) के बराबर है (शेष क्षेत्र धारा 232 के अंतर्गत आते हैं).

रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत के सकल घरेलू उत्पाद पर टैरिफ के प्रभाव का आकलन करने के लिए, हम अपनी ग्लोबल टीम द्वारा तैयार की गई इनपुट-आउटपुट टेबल से प्राप्त निष्कर्षों का इस्तेमाल करते हैं.

यह मानते हुए कि सभी वस्तुओं के निर्यात पर 50 प्रतिशत टैरिफ दर लागू है, विकास पर प्रत्यक्ष प्रभाव 60 आधार अंकों का होने की संभावना है, जबकि अप्रत्यक्ष प्रभाव 12 महीनों की अवधि में समान परिमाण का हो सकता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि 67 प्रतिशत गैर-छूट प्राप्त वस्तुओं के लिए एक समान संवेदनशीलता विश्लेषण से पता चलता है कि प्रत्यक्ष प्रभाव 40 आधार अंकों का हो सकता है, जबकि अप्रत्यक्ष प्रभाव समान परिमाण का हो सकता है, जिससे कुल प्रभाव 80 आधार अंकों का हो सकता है.

रिपोर्ट के अनुसार, “मौद्रिक नीति फ्रंट पर, हम उम्मीद करते हैं कि आरबीआई दरों में और ढील देगा, जिसमें संभावित रूप से दो अतिरिक्त दरों में कटौती (प्रत्येक में 25 आधार अंक) शामिल है, जो हमारे आधार मामले में निर्धारित 25 आधार अंक की दर कटौती के अतिरिक्त है. इसके अलावा, केंद्र सरकार राजकोषीय समेकन को रोक सकती है और घरेलू मांग को सहारा देने के लिए पूंजीगत व्यय में वृद्धि की अनुमति दे सकती है.”

रिपोर्ट में कहा गया है, “हम भू-राजनीतिक घटनाक्रमों और हाई-फ्रिक्वेंसी ग्रोथ डेटा पर बारीकी से नजर रखेंगे. ट्रेड फ्रंट पर, भारत और अमेरिका के बीच 25 अगस्त को होने वाली छठे दौर की वार्ता पर नजर रखना महत्वपूर्ण होगा. हम निर्यात वृद्धि और घरेलू मांग के आंकड़ों पर बारीकी से नजर रखेंगे, साथ ही किसी भी वृद्धिशील नीतिगत प्रतिक्रिया पर भी नजर रखेंगे.”

एसकेटी/