क्वेटा, 16 अक्टूबर . एक प्रमुख मानवाधिकार संगठन ने Thursday को कहा कि बलूचिस्तान के जेहरी क्षेत्र में Pakistanी सेना द्वारा की गई हवाई बमबारी में बच्चों सहित कम से कम छह बलूच नागरिक मारे गए.
यह भयावह घटना जेहरी में बढ़ते मानवाधिकार संकट के बीच हुई है, जिसके बाद कई हफ्तों से Pakistanी सैन्य अभियान चल रहे हैं, जिसमें कई लोग मारे गए और घायल हुए हैं.
बलूच नेशनल मूवमेंट के मानवाधिकार विभाग ने social media प्लेटफॉर्म पर एक दिल दहला देने वाला वीडियो साझा करते हुए, एक शोकाकुल बुजुर्ग द्वारा बताई गई घटना पर रोष व्यक्त किया, जिसमें बताया गया कि कैसे Pakistan की एयरस्ट्राइक में उसके चार बच्चों और दो वयस्कों सहित पूरा परिवार खत्म हो गया.
अधिकार निकाय ने कहा, “यह क्रूर कृत्य बलूच लोगों पर की जा रही व्यवस्थित हिंसा का एक और उदाहरण है. नागरिकों को इस तरह जानबूझकर निशाना बनाना जिनेवा कन्वेंशन और अंतर्राष्ट्रीय मानवीय कानून का गंभीर उल्लंघन है.”
पांक के अनुसार, 5 से 10 अक्टूबर के बीच, जेहरी के कई निवासियों को Pakistanी सेना ने एक बड़े पैमाने पर सैन्य अभियान के दौरान जबरन गायब कर दिया था.
पीड़ितों की पहचान मोहम्मद बख्श मेराजी, कादिर बख्श मेराजी, अली हसन पंडरानी और रहमतुल्लाह मेराजी के रूप में हुई है.
इससे पहले, 5 अक्टूबर को, एक अन्य बलूच नागरिक, रऊफ जटक को Pakistanी सुरक्षा बलों ने जेहरी से अगवा कर लिया था.
पांक ने कहा, “इस अभियान के दौरान इंटरनेट बंद कर दिया गया और सड़कें अवरुद्ध कर दी गईं, जबकि अपुष्ट रिपोर्टों से संकेत मिलता है कि कई लोगों को अज्ञात स्थानों पर ले जाया गया.”
स्थानीय सूत्रों का हवाला देते हुए, एक अन्य मानवाधिकार संगठन, बलूच वॉयस फॉर जस्टिस (बीवीजे) ने कहा कि जेहरी में Pakistanी सैन्य अभियान जारी रहने के कारण ड्रोन हमलों, हिंसा और जबरन गुमशुदगी की घटनाओं में वृद्धि हुई है, और इस क्षेत्र में आने-जाने के सभी रास्ते पूरी तरह से बंद कर दिए गए हैं.
बीवीजे ने कहा, “पूर्ण कर्फ्यू लगा दिया गया है, जिससे निवासियों की आवाजाही प्रतिबंधित हो गई है. social media पर प्रसारित एक वीडियो में दिखाया गया है कि जेहरी बाजार पूरी तरह से सुनसान और बंद है, जबकि सैन्यकर्मी टैंकों और भारी हथियारों के साथ इलाके में गश्त करते देखे जा सकते हैं.”
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि सैन्य अभियानों के दौरान मानवाधिकारों का गंभीर उल्लंघन हो रहा है. उनका दावा है कि Pakistanी सेना ने क्षेत्र में युद्ध के सभी कानूनों और मानवाधिकार मानकों की अवहेलना की है.
मानवाधिकार संस्था ने अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों से जेहरी में बिगड़ते हालात पर तत्काल ध्यान देने और Pakistanी सैन्य घेराबंदी में फंसे हजारों लोगों की जान बचाने के लिए प्रभावी कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
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डीकेपी/