संदेशखली हिंसा मुद्दे पर पश्चिम बंगाल विधानसभा से छह भाजपा विधायकों को किया निलंबित

कोलकाता, 12 फरवरी | संदेशखाली में जारी हिंसा और तनाव को लेकर सदन के भीतर भगवा खेमे के विधायकों के विरोध प्रदर्शन के बाद विधानसभा अध्यक्ष व‍िमान बंधोपाध्याय ने विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी सहित छह भाजपा विधायकों को पूरे सत्र के लिए विधानसभा से निलंबित कर दिया. .

विपक्ष के नेता के अलावा, सोमवार को निलंबित किए गए अन्य पांच भाजपा विधायक अग्निमित्र पॉल, बंकिम घोष, तापसी मंडल, मिहिर गोस्वामी और शंकर घोष थे.

सोमवार को जैसे ही भाजपा विधायक दल ने नारे लिखी टी-शर्ट पहनकर सदन में प्रवेश किया: “हम आपके साथ हैं संदेशखली”. जैसे ही स्पीकर ने सदन के भीतर ऐसी टी-शर्ट के इस्तेमाल पर आपत्ति जताई, बीजेपी विधायक दल ने विरोध और नारेबाजी शुरू कर दी.

भगवा खेमे के कुछ विधायकों को विरोध स्वरूप सीटी बजाते हुए भी सुना गया. सदन में विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार बीजेपी विधायकोंं ने विरोध जताते हुए वॉकआउट कर दिया.

इसके तुरंत बाद नेता प्रतिपक्ष के नेतृत्व में भाजपा विधायकों का एक दल संदेशखली के लिए रवाना हो गया. विधानसभा में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने भाजपा की पूरी विधायक टीम को सदन से निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया.

बाद में राज्य के संसदीय कार्य मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने विपक्ष के नेता सहित छह भाजपा विधायकों के निलंबन के लिए प्रस्ताव में कुछ संशोधन लाए. स्पीकर ने संशोधित प्रस्ताव स्वीकार कर लिया और उन छह बीजेपी विधायकों को निलंबित कर दिया.

इस बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को पहली बार संदेशखली में पिछले गुरुवार से शुरू हुए तनाव और हिंसा के बारे में बात की. “राज्य सरकार ने सभी आवश्यक कार्रवाई की है. पश्चिम बंगाल महिला आयोग की एक टीम भी संदेशखली भेजी गई है. जिनके खिलाफ शिकायतें हैं, उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है.”

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