एसआईआर द्वितीय चरण : ईएफ वितरण 98.93 प्रतिशत तक बढ़ा, 26.77 प्रतिशत पर डिजिटलीकरण

New Delhi, 21 नवंबर . India निर्वाचन आयोग (ईसीआई) की तरफ से देश के 12 राज्यों में विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दूसरे चरण का काम जारी है. इस दौरान ईसीआई की तरफ से एसआईआर की प्रोग्रेस रिपोर्ट जारी की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में 98.93 प्रतिशत गणना फॉर्म (ईएफ) वितरित किए गए हैं.

भारतीय निर्वाचन आयोग ने Friday को एसआईआर की ताजा प्रोग्रेस रिपोर्ट जारी की.

रिपोर्ट में बताया गया कि राष्ट्रव्यापी गणना पत्र (ईएफ) वितरण 98.93 प्रतिशत तक पहुंच गया है.

4 नवंबर से 4 दिसंबर तक गणना चरण के दौरान, पात्र 50.97 करोड़ मतदाताओं में से कुल 50.43 करोड़ ईएफ वितरित किए जा चुके हैं.

हालांकि, डिजिटलीकरण वितरण प्रयासों से पीछे चल रहा है. अब तक 13.64 करोड़ फॉर्म डिजिटल किए जा चुके हैं. कुल डिजिटलीकरण दर 26.77 प्रतिशत है.

गोवा और लक्षद्वीप में ईएफ वितरण का पूर्ण 100 प्रतिशत दर्ज किया गया है, इसके बाद अंडमान और निकोबार में 99.98 प्रतिशत, Madhya Pradesh में 99.79 प्रतिशत, पश्चिम बंगाल में 99.74 प्रतिशत और Gujarat में 99.63 प्रतिशत है.

मतदाता संख्या के हिसाब से सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश ने 99.57 प्रतिशत वितरण हासिल किया है, जिसमें 15.37 करोड़ से अधिक मतदाता शामिल हैं.

पुडुचेरी (94.97 प्रतिशत), तमिलनाडु (95.58 प्रतिशत), और केरल (97.10 प्रतिशत) ने मूल्यांकन किए गए 12 क्षेत्रों में सबसे कम गणना पत्र वितरण दर्ज किया.

डिजिटलीकरण के मामले में, लक्षद्वीप 61.30 प्रतिशत के साथ सबसे आगे है, उसके बाद गोवा (59.81 प्रतिशत) और Rajasthan (54.26 प्रतिशत) हैं.

केरल में डिजिटलीकरण की प्रगति सबसे कम (6.81 प्रतिशत) दर्ज की गई है, उसके बाद उत्तर प्रदेश (9.21 प्रतिशत) है.

आयोग ने कहा कि मान्यता प्राप्त Political दलों से सत्यापन और डिजिटलीकरण में तेजी लाने के लिए अधिक बूथ स्तरीय एजेंट नियुक्त करने का आग्रह किया गया है.

ईसीआई की प्रेस नोट में कहा गया है कि Rajasthan के आंकड़ों में अंता विधानसभा क्षेत्र शामिल नहीं है, जहां उपचुनाव के कारण संशोधन स्थगित कर दिया गया था.

ईसीआई 4 दिसंबर की समय सीमा के करीब संशोधन प्रक्रिया के साथ निर्धारित बुलेटिन जारी करता रहेगा.

एमएस/एबीएम