नई दिल्ली, 9 जनवरी . एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स ऑफ इंडिया (एएमएफआई) द्वारा गुरुवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, मासिक सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) निवेश दिसंबर में पहली बार 26,000 करोड़ रुपये के पार निकल गया है, जो दिखाता है कि छोटे निवेशकों का लंबी अवधि के निवेश के लिए म्यूचुअल फंड पर भरोसा बना हुआ है.
दिसंबर में एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड्स में होने वाला निवेश बढ़कर 26,459 करोड़ रुपये हो गया है. नवंबर में यह 25,320 करोड़ रुपये पर था.
एसआईपी के साथ म्यूचुअल फंड (एमएफ) फोलियो की संख्या भी दिसंबर में बढ़कर 22.50 करोड़ हो गई है, जो कि पिछले महीने 22.02 करोड़ पर थी.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पिछले साल भारत में एसआईपी निवेश में सालाना आधार पर 233 प्रतिशत की बड़ी वृद्धि हुई है. इसकी वजह भारतीय अर्थव्यवस्था का मजबूत होना है, जिसके कारण शेयर बाजार में लगातार तेजी देखी जा रही है.
क्रेडिट रेटिंग एजेंसी आईसीआरए एनालिटिक्स के अश्विनी कुमार के अनुसार, भारतीय अर्थव्यवस्था की संरचनात्मक वृद्धि की कहानी बरकरार है और भारत वैश्विक अर्थव्यवस्था में एक ब्राइट स्पॉट बना हुआ है. इस कारण आने वाले वर्षों में घरेलू म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में कई गुना वृद्धि होने की उम्मीद है.
एसआईपी में उछाल ऐसे समय में आया है जब पिछले महीने इक्विटी बाजार का प्रदर्शन धीमा रहा. दिसंबर में सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में 2.08 प्रतिशत और 2.02 प्रतिशत की गिरावट हुई थी.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के आंकड़ों के अनुसार, नवंबर में रिकॉर्ड 42,76,207 निवेशक भारतीय शेयर बाजार के साथ जुड़े थे. इस साल जुलाई-सितंबर की अवधि में, कुल 1,60,06,447 (1.6 करोड़ से अधिक) लोग शेयर बाजार में शामिल हुए. इस कारण भारत के इक्विटी बाजार रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गए थे.
स्टॉक एक्सचेंज ने यह भी बताया कि इस साल 23 दिसंबर तक पंजीकृत निवेशकों की कुल संख्या 21.02 करोड़ से अधिक थी.
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एबीएस/