नई दिल्ली, 16 जुलाई . भारतीय अर्थव्यवस्था उम्मीद से जल्दी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर अग्रसर है. ऐसे में सिंगापुर के सॉवरेन वेल्थ फंड टेमासेक ने 83,000 करोड़ रुपये (लगभग 10 अरब डॉलर) से अधिक का अतिरिक्त निवेश करने का लक्ष्य देश में अगले तीन वर्षों में रखा है.
रिपोर्ट के अनुसार टेमासेक भारत में जिन क्षेत्रों में निवेश करना चाहता है, उनमें स्वास्थ्य सेवा, उपभोग, वित्तीय सेवाएं, डिजिटलीकरण और सस्टेनेबिलिटी शामिल हैं.
टेमासेक के भारत के प्रमुख रवि लांबा के अनुसार इस नए इन्वेस्टमेंट के साथ भारत में टेमासेक का कुल निवेश 47 बिलियन डॉलर हो जाएगा.
कंपनी के एग्जीक्यूटिव के अनुसार 10 बिलियन डॉलर के संभावित निवेश में टेमासेक की सहायक कंपनियां देश में कितना निवेश करेंगी, यह शामिल नहीं है.
टेमासेक पिछले 20 वर्षों से देश में निवेश कर रहा है और इसका भारत में निवेश दुनिया में कुल निवेश का 7 प्रतिशत है, जो 2020 में कुल निवेश 4 प्रतिशत से अधिक है.
सिंगापुर स्थित वेल्थ फंड कंपनी टेमासेक ने महिंद्रा इलेक्ट्रिक ऑटोमोबाइल लिमिटेड (एमईएएल), ज़ोमैटो, लेंसकार्ट जैसी भारतीय कंपनियों में निवेश किया है.
आईवियर रिटेलर लेंसकार्ट ने जून में 200 मिलियन डॉलर का निवेश टेमासेक और फिडेलिटी मैनेजमेंट एंड रिसर्च कंपनी (एफएमआर) से जुटाए.
शेयर बाजार में आई तेजी के बीच भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है, जिससे यह निवेश के लिए एक आदर्श देश बन गया है, जबकि अभी चीन लड़खड़ा रहा है.
पिछले वित्तीय वर्ष (वित्त वर्ष 24) में टेमासेक ने भारत में लगभग 3 बिलियन डॉलर का निवेश किया. जो अब तक का उसका सबसे बड़ा वार्षिक निवेश है.
देश में स्टार्टअप्स ने 2024 की पहली छमाही के दौरान लगभग 7 बिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई, जो 2023 की पहली छमाही में जुटाई गई 5.92 बिलियन डॉलर से अधिक है.
7 बिलियन डॉलर की फंडिंग में 5.4 बिलियन डॉलर के 182 ग्रोथ या लास्ट स्टेज के डील थे. वहीं, 1.54 बिलियन डॉलर के 404 शुरुआती चरण के डील शामिल थे. रिपोर्ट के अनुसार लगभग 99 सौदे अघोषित थे.
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जीकेटी/