नई दिल्ली, 29 जून . प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मन की बात कार्यक्रम के 123वें एपिसोड में पर्यावरण संरक्षण के लिए काम करने वाले लोगों की सराहना की. उन्होंने उन व्यक्तियों और समुदायों के प्रयासों को उजागर किया जो पर्यावरण जागरूकता बढ़ाने और सतत विकास को बढ़ावा देने में योगदान दे रहे हैं. इस एपिसोड में पीएम मोदी ने अहमदाबाद में बन रहे सिंदूर वन के बारे में भी बताया.
पीएम मोदी ने कहा कि इस महीने हम सबने ‘विश्व पर्यावरण दिवस’ मनाया. मुझे आपके हजारों संदेश मिले कई लोगों ने अपने आस-पास के उन साथियों के बारे में बताया जो अकेले ही पर्यावरण बचाने के लिए निकल पड़े थे और फिर उनके साथ पूरा समाज जुड़ गया. सबका यही योगदान, हमारी धरती के लिए बड़ी ताकत बन रहा है. पीएम मोदी ने पुणे के रमेश खरमाले के प्रयासों की सराहना की.
पीएम ने कहा कि उनके कार्यों को जानकर, आपको बहुत प्रेरणा मिलेगी. जब हफ्ते के अंत में लोग आराम करते हैं, तो रमेश जी और उनका परिवार कुदाल और फावड़ा लेकर निकल पड़ते हैं. जानते हैं कहां. जुन्नर की पहाड़ियों की ओर, धूप हो या ऊंची चढ़ाई, उनके कदम रुकते नहीं. वो झाड़ियां साफ करते हैं, पानी रोकने के लिए गड्ढा खोदते हैं और बीज बोते हैं . उन्होंने सिर्फ दो महीनों में 70 गड्ढा बना डाले. रमेश ने कई सारे छोटे तालाब बनाए हैं, सैकड़ों पेड़ लगाए हैं. वो एक ऑक्सीजन पार्क भी बनवा रहे हैं. नतीजा ये हुआ कि यहां अब पक्षी लौटने लगे हैं, वन्य जीवन को नई सांसें मिल रही हैं.
पीएम मोदी ने आगे अहमदाबाद के मिशन मिलियन ट्रीज के बारे में बताया. जिसका मकसद लाखों पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना है. पीएम ने कहा कि पर्यावरण के लिए एक और सुंदर पहल देखने को मिली है, गुजरात के अहमदाबाद शहर में, यहां नगर निगम ने ‘मिशन मिलियन ट्रीज अभियान शुरू किया है. लक्ष्य है लाखों पेड़ लगाना. इस अभियान की एक खास बात है ‘सिंदूर वन’. यह वन ऑपरेशन सिंदूर के वीरों को समर्पित है. सिंदूर के पौधे उन बहादुरों की याद में लगाए जा रहे हैं, जिन्होंने देश के लिए सब कुछ समर्पित कर दिया. यहां एक और अभियान को नई गति दी जा रही है ‘एक पेड़ मां के नाम’ इस अभियान के तहत देश में करोड़ों पेड़ लगाए जा चुके हैं. पीएम ने अपील करते हुए कहा कि आप भी अपने आपके गांव या शहर में चल रहे ऐसे अभियान में जरूर हिस्सा लीजिए. पेड़ लगाइए, पानी बचाइए, धरती की सेवा कीजिए, क्योंकि जब हम प्रकृति को बचाते हैं, तो असल में हम अपनी आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित करते हैं.
पीएम मोदी ने आगे महाराष्ट्र के एक गांव ने भी बड़ी शानदार मिसाल पेश की है. छत्रपति संभाजी नगर जिले की ग्राम पंचायत है ‘पाटोदा’. ये कार्बन न्यूट्रल गांव पंचायत है. इस गांव में कोई अपने घर के बाहर कचरा नहीं फेंकता हर घर से कचरा इकट्ठा करने की पूरी व्यवस्था है. यहां गंदे पानी का ट्रीटमेंट भी होता है. बिना साफ किए कोई पानी नदी में नहीं जाता. यहां उपलों से अंतिम संस्कार होता है और उस राख से दिवंगत के नाम पर पौधा लगाया जाता है. इस गांव में साफ-सफाई भी देखते ही बनती है. छोटी-छोटी आदतें जब सामूहिक संकल्प बन जाती हैं, तो बड़ा बदलाव तय हो जाता है.
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डीकेएम/केआर