कर्नाटक : नंदी हिल्स में सिद्धारमैया कैबिनेट की बैठक, योजनाओं के लिए 3,400 करोड़ रुपए का आवंटन

Bengaluru, 2 जुलाई . Chief Minister सिद्धारमैया के नेतृत्व में Wednesday को नंदी हिल्स में कैबिनेट बैठक संपन्न हुई. इस दौरान योजनाओं के लिए 3,400 करोड़ रुपए का आवंटन किया गया.

बैठक के बाद सीएम सिद्धारमैया ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “आईएएस, आईआरएस, आईपीएस समेत पिछड़े वर्ग के उम्मीदवारों की प्रतियोगी परीक्षा के प्रशिक्षण के लिए Bengaluru में 10 करोड़ रुपए की लागत से दो आवासीय विद्यालय बनाए जाएंगे. Bengaluru सेंट्रल यूनिवर्सिटी का नाम ‘डॉ. मनमोहन सिंह बैंगलोर सिटी यूनिवर्सिटी’ रखने का फैसला लिया गया है. जिन तालुकों में पीएचसी (प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र) नहीं हैं वहां हमने सीएचसी (सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र) शुरू करने का फैसला किया है. Bengaluru ग्रामीण जिले का नाम ‘Bengaluru उत्तर तालुक’ और बागेपल्ली का नाम ‘भाग्यनगर’ रखा जाएगा.”

सीएम सिद्धारमैया ने बैठक की तस्वीर social media प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर शेयर करते हुए लिखा, “नंदी हिल्स में आयोजित यह बैठक इस वर्ष की 14वीं बैठक थी. Bengaluru में केंद्रीकृत प्रशासन से बचने और विकेंद्रीकरण के लिए हम राज्य के विभिन्न हिस्सों में कैबिनेट बैठक कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य उन क्षेत्रों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना और प्रभावी समाधान प्रदान करना है. शुरुआत में हमने कलबुर्गी में बैठक की, उसके बाद मलाई महादेश्वर हिल्स में. तीसरी कैबिनेट बैठक नंदी हिल्स में हुई.”

सीएम ने बताया, “इस कैबिनेट बैठक में हमने 3,400 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं. स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि, बागवानी, सिंचाई, पर्यटन, सड़क-पुल जैसे मामलों को प्राथमिकता दी गई और तदनुसार मंजूरी दी गई. इस बैठक का मुख्य फोकस पेयजल परियोजनाओं, विशेष रूप से एटिनाहोल परियोजना पर चर्चा थी. पिछले साल, एटिनाहोल से पानी सफलतापूर्वक छोड़ा गया था. Bengaluru संभाग के जिलों के संबंध में, चर्चा की गई और 31 परियोजनाओं/कार्यों के लिए मंजूरी दी गई, जिसके लिए 2,525 करोड़ रुपए आवंटित किए गए. हमने शिक्षा के लिए 1,627.25 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. इसमें कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के लिए बुनियादी ढांचा प्रदान करना शामिल है.”

उन्होंने बताया, “हमने सिंचाई परियोजनाओं के लिए 1,154 करोड़ रुपए आवंटित किए हैं. इसमें से, 237 करोड़ रुपए Bengaluru के अपशिष्ट जल को उपचारित करने और शिदलाघट्टा और चिंतामणि तालुका में 164 झीलों को भरने की परियोजना के लिए स्वीकृत किए गए हैं.”

एससीएच/एकेजे