औरैया, 4 सितंबर . केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में हुई 56वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक में जीएसटी दरों में कटौती का ऐलान किया गया. उत्तर प्रदेश के औरैया में स्थानीय लोगों, राजनेताओं और दुकानदारों ने केंद्र सरकार के इस फैसले पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी.
पूर्व कृषि राज्य मंत्री लाखन सिंह राजपूत ने जीएसटी 2.0 की तारीफ की. से बातचीत में उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने जनता को तोहफा देने के लिए जीएसटी की कुछ दरें कम कर दी हैं. इससे जनता को सीधे तौर पर लाभ मिलेगा. मुझे लगता है कि रोटी, कपड़ा और मकान के बाद आम आदमी को और क्या चाहिए? इस निर्णय से टैक्स कम कर जनता को राहत दी गई है. Prime Minister ने दीपावली से पहले गरीबों और आम जनों को राहत देने का वादा किया था और यह उसी दिशा में एक कदम है.
कांग्रेस के प्रदेश महासचिव अंशु तिवारी ने जीएसटी काउंसिल के निर्णय की तारीफ की और इस मुद्दे को लेकर सरकार से सवाल भी किया. उन्होंने कहा, “अगर यह निर्णय वास्तव में लोगों को राहत देने के लिए लिया गया है, तो यह सराहनीय है. लेकिन, अगर यह केवल एक राजनीतिक स्टंट है, तो यह दुखद होगा. मुझे लगता है कि इस फैसले का फायदा देश को मिलना चाहिए, क्योंकि बेरोजगारी और महंगाई जैसी समस्याएं भी दिखाई दे रही हैं. सरकार की जिम्मेदारी है कि सस्ती चीजें देश के लोगों को मुहैया कराएं, ताकि आम आदमी की जिंदगी आसान और सरल हो पाए.”
उन्होंने आगे कहा, “जीएसटी जब से लागू हुई है, तब से सरकार खुद भ्रमित है. सरकार खुद तय नहीं कर पा रही है कि जीएसटी को किस तरह से लागू करना है. बार-बार बदलाव यह साबित कर रहे हैं कि सरकार खुद से ही संतुष्ट नहीं है. हालांकि, जीएसटी में जिन चीजों से कर को हटाया है, वह एक अच्छा कदम है. मेरा मानना है कि इसमें पवित्रता होनी चाहिए, क्योंकि सरकार की कथनी और करनी में अक्सर अंतर देखने को मिला है.”
स्थानीय दुकानदारों ने जीएसटी दरों में कटौती और रोजमर्रा की वस्तुओं पर टैक्स कम होने के निर्णय को जनता के हित में बताया. एक दुकानदार ने से बातचीत में कहा, “यह निर्णय हम जैसे छोटे व्यापारियों और आम जनता के लिए बहुत फायदेमंद है. इससे न केवल सामान सस्ता होगा, बल्कि उपभोग भी बढ़ेगा. हम इसके लिए Prime Minister Narendra Modi को धन्यवाद देते हैं.”
दुकानदारों का मानना है कि आने वाले समय में इस निर्णय का सकारात्मक प्रभाव दिखाई देगा.
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