पेरू, 16 अप्रैल . झज्जर की बेटियों सुरुचि और मनु भाकर ने लास पालमास शूटिंग रेंज में कमाल कर दिया. सुरुचि ने लगातार दो वर्ल्ड कप स्वर्ण पदक जीतकर सबको चौंका दिया, वहीं दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर को रजत पदक से संतोष करना पड़ा.
इस साल के दूसरे अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी खेल महासंघ (आईएसएसएफ) विश्व कप राइफल/पिस्टल/शॉटगन चरण के पहले ही दिन, 10 मीटर एयर पिस्टल महिला फाइनल में सुरुचि ने 24 शॉट्स में 243.6 अंक हासिल किए. मनु उनसे 1.3 अंक पीछे रहीं. चीन की याओ कियानक्सुन ने कांस्य पदक जीता.
महिला एयर पिस्टल में सुरुचि और मनु की पहले और दूसरे स्थान पर रही जोड़ी ने भारत को एक-एक स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक दिलाया. पुरुषों की स्पर्धा में सौरभ चौधरी ने कांस्य पदक जीता. इस प्रदर्शन से भारत पदक तालिका में शीर्ष पर रहा, जबकि चीन दूसरे स्थान पर रहा.
60 शॉट्स की क्वालिफिकेशन राउंड से ही यह साफ हो गया था कि भारतीय निशानेबाज अच्छा कर रहे हैं. सुरुचि ने 582 अंकों के साथ दूसरा स्थान पाया, जबकि मनु 578 के साथ चौथे स्थान पर रहीं. तीसरी भारतीय सैण्यम 571 अंकों के साथ ग्यारहवें स्थान पर रहीं. फाइनल में भी सुरुचि लगातार शानदार निशाने लगा रही थीं. पहले पांच शॉट के बाद वह दूसरे स्थान पर पहुंच गईं. याओ ने शुरुआती बढ़त हासिल कर ली थी और मनु चौथे स्थान पर थीं. उरुग्वे की जूलियट जिमेनेज तीसरे स्थान पर थीं.
दूसरी पांच शॉट सीरीज के बाद, याओ ने हमवतन मेंग युफेई को पीछे छोड़ दिया, जो सिर्फ 0.1 से पीछे थी, जबकि सुरुचि तीसरे स्थान पर खिसक गई और मनु ने अपना चौथा स्थान बरकरार रखा. इसके बाद सुरुचि और मनु ने शानदार वापसी की, जबकि मेंग की परफॉर्मेंस गिर गई. लगातार कुछ बेहतरीन शॉट्स के बाद भारत की दोनों बेटियां पहले और दूसरे स्थान पर आ गईं.
मनु की 16वीं और 17वीं शॉट थोड़ी कमजोर रहीं, जिससे शायद उन्हें स्वर्ण पदक से हाथ धोना पड़ा. सुरुचि पूरे मुकाबले में लगातार अच्छा प्रदर्शन करती रहीं.
अंत में याओ ने अच्छी वापसी की और जूलियट को पीछे छोड़कर कांस्य पदक जीता. लेकिन आखिरी दो शॉट्स से पहले सुरुचि मनु से 0.7 अंक आगे थीं. इन दोनों आखिरी शॉट्स में भी सुरुचि ने मनु से बेहतर प्रदर्शन किया और दिसंबर में हुई राष्ट्रीय प्रतियोगिता से शुरू हुई अपनी शानदार फॉर्म को बनाए रखा.
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