मणिपुर में कांग्रेस को झटका, हेमचंद्र सिंह ने ‘विश्वास की कमी’ का हवाला देकर पार्टी छोड़ी

नई दिल्ली, 31 मार्च . कांग्रेस को मणिपुर में तगड़ा झटका लगा है. सिंगजामेई विधानसभा क्षेत्र से पांच बार कांग्रेस के विधायक रहे इरेंगबम हेमचंद्र सिंह ने पार्टी में विश्वास की कमी का हवाला देते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया है.

इरेंगबम हेमचंद्र सिंह ने कांग्रेस की तुलना डूबते जहाज से करते हुए पार्टी छोड़ने की घोषणा कर दी है.

मणिपुर प्रेस क्लब में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में सिंगजामेई के पूर्व विधायक इरेंगबम हेमचंद्र सिंह ने पुष्टि की कि उन्होंने अपना इस्तीफा पहले ही मणिपुर कांग्रेस अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह को सौंप दिया है. उन्होंने इसके साथ ही बताया कि इसकी एक प्रति भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी भेजी गई है.

उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि विशेष रूप से मणिपुर में अपनी प्रासंगिकता खो दी है. पार्टी एक डूबता हुआ जहाज बन गया है, जिसका कोई दृष्टिकोण या उद्देश्य नहीं है.”

हालांकि, इरेंगबम हेमचंद्र सिंह ने अभी तक किसी अन्य राजनीतिक दल में शामिल होने का फैसला नहीं किया है, लेकिन उन्होंने सक्रिय राजनीति में बने रहने का संकेत दिया है. उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखकर इस्तीफा देने का निर्णय नहीं लिया था.

आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सांसद उम्मीदवार के रूप में डॉ. अंगोमचा बिमोल मैतेई को कांग्रेस पार्टी द्वारा चुने जाने पर बिना नाम लिए हुए इरेंगबम हेमचंद्र सिंह ने पार्टी के इस निर्णय पर निराशा व्यक्त की.

उन्होंने कहा, “ऐसे कई युवा कांग्रेस विधायक और नेता हैं, जो सांसद उम्मीदवार की भूमिका के लिए योग्य हैं. कई लोग इस जिम्मेदारी को लेने की इच्छा भी रखते हैं. लेकिन, कांग्रेस पार्टी ने इसके लिए एक विश्वविद्यालय के प्रोफेसर को चुना. ऐसे में पार्टी का निर्णय कार्यकर्ताओं के अपने समूह में विश्वास की कमी को दर्शाता है.”

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