रामटेक (महाराष्ट्र), 28 मार्च . कांग्रेस को गुरुवार को उस समय झटका लगा, जब सामाजिक न्याय विभाग की जाति प्रमाणपत्र जांच समिति ने नागपुर जिले के रामटेक (एससी) से पार्टी की लोकसभा उम्मीदवार रश्मि एस. बर्वे के जाति प्रमाणपत्र को खारिज कर दिया.
यह घटनाक्रम तब सामने आया, जब चुनाव आयोग ने राज्य की पांच लोकसभा सीटों के लिए सभी उम्मीदवारों द्वारा दाखिल नामांकन पत्रों की जांच शुरू की, जहां 19 अप्रैल को पहले चरण में मतदान होगा.
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि रश्मि बर्वे की टीम ने गुरुवार को मामले में तत्काल राहत की मांग करते हुए बॉम्बे हाईकोर्ट (नागपुर बेंच) का रुख किया है.
हालांकि, उन्होंने बताया कि यदि ईसीआई रश्मि के नामांकन को भी खारिज कर देता है, तो उनके पति और कांग्रेस के डमी उम्मीदवार श्यामलाल बर्वे इस सीट से चुनाव लड़ेंगे.
सामाजिक न्याय विभाग का आदेश हाल ही में एक व्यक्ति द्वारा रश्मि बर्वे के जाति प्रमाणपत्र पर सवाल उठाते हुए शिकायत दर्ज कराने के बाद आया है, जिसमें दावा किया गया है कि उन्होंने इसे हासिल करने के लिए उचित कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया.
रश्मि बर्वे ने दावा किया कि अंतिम समय में उनका जाति प्रमाणपत्र रद्द करने का कदम ‘राजनीति से प्रेरित’ था, जिसे वह अदालत में चुनौती देंगी.
महायुति ने रश्मि बर्वे से मुकाबला करने के लिए दो बार के मौजूदा सांसद कृपाल तुमाने के स्थान पर सत्तारूढ़ शिवसेना के उम्मीदवार राजू परवे को मैदान में उतारा है. संयोग से, महायुति की सहयोगी भाजपा भी उसी सीट पर चुनाव लड़ने की इच्छुक थी.
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