शोभा करंदलाजे ने कर्नाटक सरकार से अपील की, महिलाओं की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखें

Bengaluru, 31 अक्टूबर . केंद्रीय श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय, शोभा करंदलाजे ने Friday को कर्नाटक Government से महिलाओं की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखने का आग्रह किया. उन्होंने कहा, “आप जिसे चाहें Chief Minister बना दें, लेकिन महिलाओं की सुरक्षा आपकी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए.”

Bengaluru स्थित भाजपा के प्रदेश कार्यालय ‘जगन्नाथ भवन’ में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए उन्होंने कहा, “मुझे नहीं पता कि गृह मंत्री क्या कर रहे हैं, या प्रभारी मंत्री के रूप में मंत्री जिला-स्तरीय समीक्षा बैठकें भी करते हैं या नहीं. गृह मंत्री को विभिन्न जिलों के Police अधीक्षकों और Police अधिकारियों के साथ बैठकें करनी चाहिए और कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा करनी चाहिए. लेकिन जैसे ही वह Bengaluru से बाहर निकलते हैं, उन्हें ऐसा लगता है जैसे वह तुमकुरु जैसे किसी दूसरे राज्य में चले गए हों.”

Chief Minister सिद्धारमैया की आलोचना करते हुए करंदलाजे ने कहा, “Chief Minister शिलान्यास समारोहों के लिए हेलीकॉप्टर से यात्रा करते हैं और उन्हें जमीनी स्तर पर क्या हो रहा है, इसका जरा भी अंदाजा नहीं है. उप-Chief Minister डी.के. शिवकुमार की राजनीति Bengaluru और विधान सौध के इर्द-गिर्द घूमती है. जल्द ही Chief Minister बनने की महत्वाकांक्षा के अलावा, उनके दिमाग में और कुछ नहीं है.”

उन्होंने चिंता व्यक्त की कि इसी तरह की व्यस्तताओं के कारण, कर्नाटक में महिलाओं के खिलाफ अपराध, जिनमें महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के साथ बलात्कार और हत्या शामिल हैं, जारी हैं.

करंदलाजे ने आरोप लगाया कि Government Police की कार्यप्रणाली को मजबूत करने की बजाय उनकी वर्दी बदलने में अधिक रुचि रखती है. उन्होंने आरोप लगाया, “बिना पैसे दिए किसी भी Police अधिकारी का तबादला नहीं होता. हर थाने के लिए एक निश्चित दर होती है. जब पैसे का लेन-देन होता है, तभी तबादला होता है.”

उन्होंने कहा, “मेरे निर्वाचन क्षेत्र में, Police अधिकारियों का हर छह या दस महीने में तबादला होता है. क्यों? क्योंकि एक बार पैसा दे दिया जाए, तो लाभ केवल उसी अवधि तक रहता है. उसके बाद, उन्हें बने रहने के लिए फिर से भुगतान करना पड़ता है. अन्यथा, उनकी जगह कोई और ले लेगा जो ज़्यादा पैसा देता है. इस धन-हस्तांतरण रैकेट के कारण, अधिकारियों का आत्मविश्वास कम हो गया है.”

उन्होंने अफसोस जताया कि पैसा काम से ज्यादा महत्वपूर्ण हो गया है. “पिछले दो सालों में, कर्नाटक में महिलाओं के साथ बलात्कार, सामूहिक बलात्कार और हमले के 1,800 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. Chief Minister के अपने जिले में, गुब्बारे बेचने वाली एक लड़की के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई. हुबली में, कॉलेज की छात्रा नेहा हिरेमठ की हत्या कर दी गई. जब Government अभी-अभी सत्ता में आई थी और बेलगावी में विधानसभा सत्र चल रहा था, तब बेलगावी शहर में ही एक महिला को निर्वस्त्र करके उसके साथ मारपीट की गई.”

एससीएच