काठमांडू, 10 अप्रैल . केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान इन दिनों नेपाल की राजधानी काठमांडू में हैं. वह बिम्सटेक (बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेक्निकल एंड इकोनॉमिक कोऑपरेशन) देशों के कृषि मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने आए थे. बैठक खत्म होने के बाद गुरुवार को वह अपने परिवार के साथ विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर पहुंचे और भगवान शिव के दर्शन किए.
पशुपतिनाथ मंदिर में शिवराज सिंह चौहान ने पूजा-अर्चना की और वहां मौजूद श्रद्धालुओं से मुलाकात की. उनकी श्रद्धालुओं के साथ गर्मजोशी भरी बातचीत हुई, जिसे लोगों ने खूब पसंद किया.
मंदिर में उनके इस आत्मीय व्यवहार की चर्चा रही. परिवार के साथ दर्शन करना उनके लिए खास मौका था, क्योंकि पशुपतिनाथ मंदिर हिंदुओं के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है.
शिवराज सिंह चौहान ने बिम्सटेक बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व किया. इस बैठक में बंगाल की खाड़ी से जुड़े देशों (भारत, नेपाल, भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार और थाईलैंड) के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने को लेकर चर्चा हुई. बैठक के बाद उन्होंने नेपाल में कुछ समय परिवार के साथ बिताने का फैसला किया. पशुपतिनाथ मंदिर का दौरा उनके निजी और धार्मिक जीवन का हिस्सा रहा.
मंदिर में दर्शन के दौरान उन्होंने भगवान पशुपतिनाथ से देश और किसानों की खुशहाली की प्रार्थना की. श्रद्धालुओं से बात करते हुए उन्होंने अपनी सादगी और सहजता दिखाई, जो उनकी पहचान रही है. इस दौरे से न सिर्फ उनकी धार्मिक आस्था झलकी, बल्कि नेपाल और भारत के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव भी सामने आया.
इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री चौहान की नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली से मुलाकात हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत और नेपाल के बीच घनिष्ठ व मैत्रीपूर्ण संबंधों की पुष्टि की और कृषि के क्षेत्र में भारत-नेपाल सहयोग को और मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. दोनों नेताओं ने आशा व्यक्त की कि नए हस्ताक्षरित समझौता ज्ञापन से कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने का मार्ग प्रशस्त होगा.
शिवराज सिंह चौहान ने चितवन में कृषि-औद्योगिक पार्क और नेपाल में एक उर्वरक संयंत्र की स्थापना के माध्यम से नेपाल को कृषि और संबद्ध क्षेत्रों में समर्थन देने की भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. दोनों पक्षों ने बाजार पहुंच के मुद्दों पर भी चर्चा की.
–
एसएचके/एबीएम