जोधपुर, 4 मार्च . राजस्थान के जोधपुर स्थित कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित किसान मेले में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की. इस दौरान उन्होंने देश में होने वाले लगातार चुनावों और विकास कार्यों के ठप होने को लेकर अपनी चिंता जताई और ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ के समर्थन में महत्वपूर्ण बयान दिया.
शिवराज सिंह चौहान ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि देश में बार-बार चुनावों के नाम पर बेतहाशा धन की बर्बादी हो रही है. चुनावी प्रक्रिया के दौरान विकास कार्यों में रुकावट आ जाती है और आचार संहिता के कारण सरकारी मशीनरी चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हो जाती है, जिससे जनता को विकास कार्यों का लाभ नहीं मिल पाता. हर राजनीतिक दल हर समय चुनाव की तैयारी में लगा रहता है, चाहे वह विधानसभा के चुनाव हो या लोकसभा के. यह स्थिति अनावश्यक धन खर्च और विकास की गति को मंद कर देती है.
कृषि मंत्री ने कहा कि अब समय आ चुका है कि इस पर गंभीर विचार किया जाए और संविधान में संशोधन करके लोकसभा और विधानसभा के चुनावों को एक साथ, 5 साल में एक बार आयोजित किया जाए. उन्होंने कहा कि ‘वन नेशन वन इलेक्शन’ ही एकमात्र विकल्प बचा हुआ है, जो देश की आर्थिक और विकासात्मक प्रगति को सुचारू रूप से बनाए रख सकता है. उन्होंने जोधपुर के किसानों और युवाओं का भी आह्वान किया कि वह इस जन जागरण अभियान में भाग लें और वन नेशन वन इलेक्शन के समर्थन में आवाज उठाएं.
शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के हितों पर भी बात की और खराब बीजों के मामले में कानून बनाए जाने की बात कही. उन्होंने कहा कि यदि कोई घटिया या अमानक स्तर का बीज बेचता है तो उसे सजा का प्रावधान मजबूत किया जाएगा. वर्तमान में इस पर मंथन चल रहा है, ताकि किसानों को धोखा देने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अच्छे और गुणवत्ता वाले बीज उत्पादकों को पुरस्कृत किया जाएगा, जबकि धोखाधड़ी करने वाले को कड़ी सजा दी जाएगी.
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