बरेली, 9 जनवरी . वेल्टरवेट (60-65 किग्रा) चैंपियन शिव थापा ने एलीट पुरुष राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैंपियनशिप के दूसरे दिन शानदार जीत के साथ अपना खिताब बचाओ अभियान शुरू किया.
असम का प्रतिनिधित्व करते हुए, थापा, जिन्होंने लंदन 2012 में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय मुक्केबाज के रूप में इतिहास रचा था, ने अपने अभियान के लिए एक मजबूत स्वर स्थापित करते हुए अपने शुरुआती मुकाबले में इनायत खान को 5-0 से हराया.
थापा के साथ सुर्खियों में शामिल हुए, पूर्व विश्व युवा मुक्केबाजी चैंपियन सचिन सिवाच ने अक्षय के खिलाफ सर्विसेज स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड (एसएससीबी) के लिए 5-0 की शानदार जीत के साथ चैंपियनशिप में अपनी शुरुआत की.
टूर्नामेंट के दूसरे दिन तीसरे सत्र में भी रोमांचक शुरूआती मुकाबला देखने को मिला, जिसमें राजस्थान के देवांश सोलंकी ने फ्लाईवेट (47-50 किग्रा) वर्ग में उत्तर प्रदेश के विकास सिंह को सर्वसम्मति से हराया. इसी वर्ग में छत्तीसगढ़ के आशुतोष यादव ने गुजरात के अकलीम खान को मात देते हुए राउंड 1 में शानदार प्रदर्शन किया, जिससे पूरे दिन रोमांचक मुकाबले देखने को मिले.
सत्र 4 में, टीम एसएससीबी ने कई श्रेणियों में जीत के साथ अपना दबदबा मजबूत किया. हितेश गुलिया, दीपक, जुगनू और विशाल ने अपने कौशल और ताकत का प्रदर्शन करते हुए क्रमशः लाइट मिडलवेट, वेल्टरवेट, क्रूजरवेट और हैवीवेट डिवीजनों में जीत हासिल की.
राजस्थान ने भी शानदार प्रदर्शन किया, जिसमें प्रियदर्शी सिंह आशिया (लाइट मिडलवेट), पुष्पेंद्र सिंह (क्रूजरवेट) और हर्ष चौधरी (हैवीवेट) सभी अपने विरोधियों के खिलाफ विजयी हुए, जिसने चैंपियनशिप में टीम की समग्र महारत को उजागर किया.
उत्तर प्रदेश बॉक्सिंग एसोसिएशन के सहयोग से भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) द्वारा आयोजित यह सप्ताह भर चलने वाला टूर्नामेंट 7 से 13 जनवरी तक उत्तर प्रदेश के बरेली स्थित इन्वर्टिस विश्वविद्यालय में आयोजित किया जा रहा है. भारत भर की राज्य इकाइयों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 300 मुक्केबाज विभिन्न भार श्रेणियों में वर्चस्व के लिए प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं.
अपनी-अपनी राज्य इकाइयों का प्रतिनिधित्व करते हुए, प्रत्येक टीम में विश्व मुक्केबाजी तकनीकी और प्रतियोगिता नियमों के तहत संरचित मुकाबलों में अधिकतम दस मुक्केबाज शामिल हैं, जिसमें तीन तीन मिनट के राउंड और राउंड के बीच में एक मिनट का आराम अवधि है. पूरे चैंपियनशिप में 10-पॉइंट-मस्ट स्कोरिंग सिस्टम लागू है.
दो बार की गत विजेता टीम एसएससीबी (सर्विसेज) लगातार तीसरी बार खिताब जीतने के इरादे से कड़ी चुनौती पेश कर रही है.
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