शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने बिहार में एनडीए की जीत को बताया ‘क्रांतिकारी’

Mumbai , 14 नवंबर . शिवसेना प्रवक्ता संजय ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत को ‘क्रांतिकारी’ बताया.

उन्होंने समाचार एजेंसी से बातचीत करते हुए कहा कि इस विधानसभा चुनाव को बिहार की जनता ने क्रांतिकारी बना दिया. आमतौर पर जब कभी भी बिहार विधानसभा चुनाव का जिक्र किया जाता है तो यह थ्योरी आसानी से गढ़ दी जाती है कि वहां के लोग जाति से ग्रसित होकर मतदान करते हैं, लेकिन यहां के लोगों ने इन तमाम धारणाओं को ध्वस्त करते हुए विकास के मुद्दे पर मतदान किया, जिसके लिए वे बधाई के पात्र हैं.

शिवसेना प्रवक्ता ने कहा कि बिहार सदियों से जाति में जकड़ा रहा. वहां पर आमतौर पर अपनी ही जाति के नेता को वोट देने की रवायत रही, लेकिन इस बार ऐसा कुछ भी वहां पर देखने को नहीं मिला. इस बार वहां की जनता ने विकास के नाम पर वोट दिया.

उन्होंने कहा कि इस बार बिहार की जनता ने एक ऐसी Government के पक्ष में मतदान करना जरूरी समझा, जो विकास से संबंधित कामों को तवज्जो दे रही थी, जिसके शासनकाल में प्रदेश के विकास को एक नई गति मिली है. ऐसी स्थिति में तो मैं कुल मिलाकर यही कहूंगा कि यह स्थिति बिहार के लिए शुभ संकेत है. इससे आने वाले दिनों में बिहार में विकास का नया कीर्तिमान स्थापित होगा.

उन्होंने कहा कि Prime Minister Narendra Modi और Chief Minister नीतीश कुमार ने अपने शासनकाल में महिलाओं को अपनी प्राथमिकता की सूची में शीर्ष पर रखा. हमेशा से ही महिलाओं के विकास को प्राथमिकता दी गई. आज से 20 साल पहले जब नीतीश कुमार सत्ता में आए थे, तो उन्होंने महिलाओं को साइकिल देकर उन्हें सशक्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया. आज जब वही लड़कियां पढ़ लिखकर शिक्षित हुईं, तो नीतीश Government ने उन्हें Governmentी नौकरी में आरक्षण दिया. आज वही लड़कियां काफी सशक्त महसूस कर पा रही हैं और इसका श्रेय निश्चित तौर पर Chief Minister नीतीश कुमार को जाता है.

शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था में भी नीतीश Government ने ज्यादा से ज्यादा आरक्षण देकर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का काम किया. पिछड़े वर्ग के लोगों को मुख्यधारा में लाने की कोशिश की गई. नीतीश Government ने बिहार में बुनियादी विकास को मजबूत करके राज्य में विषमता को खत्म करने का काम किया. इसी का नतीजा है कि आज बिहार में नई क्रांति देखने को मिली है, जिसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता है.

एसएचके/डीकेपी