मुंबई, 24 मई . शिवसेना प्रवक्ता कृष्णा हेगड़े ने शनिवार को विदेश मंत्री एस. जयशंकर की आतंकवाद पर हाल ही में की गई टिप्पणी का समर्थन किया. उन्होंने कहा कि उनके बयान 140 करोड़ भारतीयों की भावनाओं को प्रतिध्वनित करते हैं. हेगड़े ने इस बात पर जोर दिया कि शिवसेना जयशंकर के रुख से पूरी तरह सहमत है और उनके साथ मजबूती से खड़ी है.
विदेश मंत्री ने जर्मनी में बोलते हुए आतंकवाद के खिलाफ भारत के अडिग रुख को दोहराते हुए कहा कि देश जीरो टॉलरेंस की नीति पर कायम है और कभी भी परमाणु ब्लैकमेल के आगे नहीं झुकेगा. उन्होंने हाल ही में पहलगाम हमले के सीमा पार संबंधों का भी जिक्र किया.
समाचार एजेंसी से बातचीत में कृष्णा हेगड़े ने कहा कि जर्मनी में विदेश मंत्री जयशंकर द्वारा दिया गया बयान बिल्कुल सही है. पाकिस्तान से संबंधित कोई भी कदम सोच-समझकर उठाया जाना चाहिए. ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान भारत ने आत्मरक्षा में कार्रवाई की थी और उस इलाके को निशाना बनाया था, जहां दो से तीन सौ आतंकवादी और उनके परिवार रहते थे. यह इलाका आतंकवादी गतिविधियों और प्रशिक्षण का केंद्र था. भारत ने युद्ध शुरू नहीं किया, बल्कि आत्मरक्षा के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया, जो हर देश का संप्रभु अधिकार है. विदेश मंत्री की टिप्पणी का शिवसेना पूरा समर्थन करती है.
पाकिस्तान में इंडिगो एयरलाइंस के विमान को आपात लैंडिंग की इजाजत न मिलने पर भी हेगड़े ने टिप्पणी की. उन्होंने कहा कि इंडिगो एयरलाइंस के पायलट और चालक दल के सदस्य अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में सभी यात्रियों की जान बचाने के लिए प्रशंसा के पात्र हैं. यह शर्मनाक है कि पाकिस्तान ने नागरिक विमान को आपातकालीन लैंडिंग की अनुमति नहीं दी. इस तरह के अमानवीय व्यवहार की निंदा की जानी चाहिए और कार्रवाई की जानी चाहिए. पाकिस्तान अब भी भारत द्वारा अपने एयरबेस को पहुंचाए गए नुकसान से उबर नहीं पाया है और उसने डर के कारण यह कदम उठाया है.
नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक को लेकर हेगड़े ने कहा कि बैठक की अध्यक्षता करने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नेतृत्व सराहनीय है. नीति आयोग गरीबों, किसानों, महिलाओं और युवाओं को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकार की चल रही पहलों की समीक्षा और मूल्यांकन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. इन योजनाओं का आकलन करना और देश की प्रगति के लिए भविष्य के कदमों की पहचान करना महत्वपूर्ण है. बुनियादी ढांचे के विस्तार और विकास को बढ़ावा देने के बारे में चर्चा आवश्यक है. इन मामलों में प्रधानमंत्री की सक्रिय भागीदारी देश के लिए सकारात्मक संकेत है.
इसके अलावा, 24-31 मई तक देश भर में आयोजित कांग्रेस की ‘जय हिंद सभा’ को लेकर हेगड़े ने पार्टी के पिछले रुख की आलोचना की. उन्होंने कहा कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ से पहले कांग्रेस नेताओं द्वारा दिए गए बयान दुर्भाग्यपूर्ण थे. ऑपरेशन के बाद भी इमरान मसूद, अजय राय और पवन खेड़ा जैसे नेता पाकिस्तान का पक्ष लेते दिखे और भारतीय सेना के प्रयासों को कमतर आंकते दिखे.
उन्होंने कहा कि अब वह ‘जय हिंद सभा’ आयोजित कर रहे हैं, जो पब्लिसिटी स्टंट से ज्यादा कुछ नहीं है. अगर उन्हें वाकई राष्ट्रीय हित की परवाह होती, तो वह सरकार और सशस्त्र बलों का समर्थन करते. उनकी हरकतें दिखावा हैं और जनता इसे समझ चुकी है.
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पीएसके/एकेजे