New Delhi, 5 अगस्त . झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के संस्थापक और पूर्व Chief Minister शिबू सोरेन का अंतिम संस्कार Tuesday को दोपहर 2 बजे बोकारो जिले के बड़का नाला के पास उनके पैतृक गांव नेमरा में किया जाएगा.
81 वर्षीय आदिवासी नेता और वरिष्ठ राजनेता ने Monday सुबह New Delhi के सर गंगा राम अस्पताल में किडनी संबंधी समस्याओं से जुड़ी लंबी बीमारी के बाद अंतिम सांस ली.
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी के नेता राहुल गांधी सहित कई नेतागण नेमरा में अंतिम संस्कार समारोह में शामिल होंगे.
शिबू सोरेन को विदाई देने के लिए बड़ी संख्या में उनके समर्थकों, राजनीतिक कार्यकर्ताओं और आदिवासी समुदाय के सदस्यों के भी एकत्रित होने की उम्मीद है. शिबू सोरेन को “दिशोम गुरु” कहा जाता था, जो आदिवासी समुदायों के बीच उनके नेतृत्व को दर्शाता है.
शिबू सोरेन के छोटे बेटे, बसंत सोरेन, अंतिम संस्कार करेंगे और चिता को अग्नि देंगे.
सोरेन का एक महीने से अधिक समय से नेफ्रोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. ए.के. भल्ला की देखरेख में इलाज चल रहा था, साथ ही अस्पताल के न्यूरोलॉजी और आईसीयू विभागों की टीम भी मौजूद थी. अस्पताल ने आधिकारिक तौर पर 4 अगस्त को सुबह 8:56 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया.
शिबू सोरेन के निधन के बाद झारखंड सरकार ने 4 अगस्त से 6 अगस्त तक तीन दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है. इस दौरान, सभी सरकारी कार्यक्रम रद्द रहेंगे. राज्य भवनों पर राष्ट्रीय ध्वज आधे झुके रहेंगे और कोई भी आधिकारिक मनोरंजन कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जाएगा.
झारखंड को एक अलग राज्य बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले प्रतिष्ठित आदिवासी नेता के निधन पर विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक व्यक्त किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर गंगा राम अस्पताल में उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और सोरेन के परिवार, जिनमें उनके पुत्र और वर्तमान Chief Minister हेमंत सोरेन भी शामिल थे, से मुलाकात की और गहरी संवेदना व्यक्त की.
सोरेन के निधन से झारखंड की राजनीति में एक युग का अंत हो गया है. तीन बार के Chief Minister और लंबे समय तक सांसद रहे सोरेन की विदाई में राजधानी रांची की सड़कों पर श्रद्धांजलि स्वरूप जगह-जगह पोस्टर लगाए गए हैं.
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एससीएच/एएस