मुंबई, 18 नवंबर . संगीतकार शेखर रवजियानी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर कर बताया है कि दो साल पहले उन्होंने अपनी आवाज खो दी थी.
विशाल-शेखर की जोड़ी के संगीतकार शेखर रवजियानी ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर कर बताया “मैंने इसके बारे में आप लोगों को पहले कभी नहीं बताया, मगर आज शेयर करने का मन कर रहा है तो कर दे रहा हूं. लेफ्ट वोकल कॉर्ड पैरालिसिस की वजह से मेरी आवाज चली गई थी और वह समय मेरे लिए काफी दुखदायक था.”
अपने इलाज के बारे में बात करते हुए उन्होंने आगे बताया ” मैं टूट गया था और ईमानदारी से कहूं तो निराश हो गया था. सच कहूं तो मुझे लगता था कि मैं फिर कभी नहीं गा पाऊंगा. मेरा परिवार मुझे ऐसे देखकर टेंशन में डूब गया था. मैंने प्रार्थना की और तमाम दिक्कतों के बावजूद काम करना जारी रखा. मैं कोशिश करता रहा और हार न मानने की ठानी.”
इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि भरोसा रखिए आप फिर से गा सकेंगे. उन्होंने जब मेरे लिए पहली कोशिश की तो मैं कर्कश आवाज में गा रहा था और आवाज कांप भी रही थी. इसके बाद भी वह मेरे लिए काम करते रहे. उनकी लग्न, दृढ़ संकल्प और सकारात्मकता ने कुछ हफ्तों के अंदर ही मेरे लकवा की चपेट में आए आवाज में जान दे दी. डॉ. एरिन वॉल्श का शुक्रिया.
उन्होंने आगे कहा ” जिंदगी में चाहे लाख मुश्किलें आएं, मगर हर हाल में पॉजिटिव रहें और विश्वास रखें. आपको इस राह में जरूर एक साथी या फरिश्ता मिलेगा, जो आपकी मुश्किलों को खत्म करेगा.”
शेखर रवजियानी विशाल-शेखर की जोड़ी के साथ जाने जाते हैं.उन्होंने बतौर संगीतकार ‘प्यार में कभी-कभी’, ‘रा-वन’, ‘शादी के लड्डू’, ‘शब्द’, ‘स्लाम नमस्ते’, ‘टशन’ , ‘दोस्ताना’, ‘दस’ में काम किया है.
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एमटी/