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ढाका, 22 नवंबर . बांग्लादेश की अपदस्थ Prime Minister शेख हसीना ने भूकंप से मची तबाही पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने इस प्राकृतिक आपदा में जान गंवाने वाले लोगों को सांत्वना देते हुए अंतरिम Government की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए.
Friday को बांग्लादेश में 5.7 की तीव्रता का भूकंप आया था. इसके बाद भारी तबाही मची. करीब 10 के मारे जाने और 200 से ज्यादा के घायल होने की खबर आई. इस भूकंप ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है.
दुख की घड़ी में अवामी लीग ने अपने social media प्लेटफॉर्म के जरिए उनका बयान पोस्ट किया. हसीना ने कहा, “कई जिंदगियां खत्म हो गईं और सैकड़ों घायल हो गए. इस भयानक आपदा से देश को काफी नुकसान पहुंचा है.”
मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाते हुए उन्होंने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की.
अंतरिम Government के मुखिया यूनुस को नुकसान का जिम्मेदार मानते हुए उन्होंने आगे कहा, “इस अवैध रूप से सत्ता पर काबिज होने वाली Government की आम लोगों के प्रति कोई जवाबदेही नहीं है और यही कारण है कि इनकी सक्रियता जमीन पर कम दिख रही है. लोगों की पीड़ा कम करने के लिए कुछ खास करते नहीं दिख रहे हैं. ये लोग देश की प्राकृतिक संपदा विदेशियों के हवाले कर रहे हैं.”
उन्होंने अपने दौर में प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा के लिए बनाई गई नीतियों का जिक्र करते हुए आगे कहा, “बांग्लादेश में आपदा की आशंका बनी रहती है क्योंकि यह डिजास्टर प्रोन स्थल है. इन्हीं सब चीजों को ध्यान में रखकर अवामी लीग Government ने समावेशी और सतत विकास की नीतियों पर काम किया.”
Friday को सुबह 10 बजकर 38 मिनट पर आए भूकंप की तीव्रता 5.7 थी. बांग्लादेश मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र नरसिंगडी का माधबडी था.
भूकंप के बाद ढाका में चार, नरसिंगडी में पांच और नारायणगंज में एक व्यक्ति की मौत हो गई. बांग्लादेश के बड़े अखबार, द ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, ढाका में अरमानीटोला में एक बिल्डिंग की छत की रेलिंग गिरने से तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए.
ढाका, नरसिंगडी और गाजीपुर में 200 से ज्यादा लोग घायल हुए. ‘डायरेक्टरेट जनरल ऑफ हेल्थ सर्विसेज’ ने 10 घायल लोगों को ढाका मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (डीएमसीएच) और 10 अन्य को शहीद ताजुद्दीन अहमद मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल में भर्ती कराए जाने की पुष्टि की.
ढाका यूनिवर्सिटी के कई छात्र घबराहट में बिल्डिंग से कूदने के बाद गंभीर रूप से घायल हो गए. हड़बड़ी के कारण 10 छात्र घायल हो गए, जिनमें से कुछ को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
स्थानीय मीडिया के मुताबिक, ढाका से मिली रिपोर्टों से पता चला है कि राजधानी भर की बिल्डिंगों में छोटी-मोटी दरारें आ गई हैं.
निवासियों ने इस अनुभव को पहले महसूस किए गए किसी भी झटके जैसा नहीं बताया, कई लोगों ने social media पर तस्वीरें और वीडियो शेयर किए, जिनमें उनके घरों में टूटी दीवारें, खराब फर्श और फर्नीचर बिखरे हुए दिख रहे थे.
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केआर/