New Delhi, 18 अक्टूबर . India के एक प्रमुख राजनेता और पूर्व संयुक्त राष्ट्र राजनयिक डॉ. शशि थरूर ने हाल ही में अबू धाबी स्थित बीएपीएस हिंदू मंदिर का दौरा किया और इसे एक “असाधारण अनुभव” और एक “अद्भुत संरचना” बताया जो अपने आध्यात्मिक महत्व से कहीं बढ़कर है.
शशि थरूर ने अबू धाबी में बीएपीएस हिंदू मंदिर की स्थापना में Prime Minister Narendra Modi की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना की और कहा कि यूएई Government के साथ Prime Minister मोदी के सहयोग ने एक हिंदू पूजा स्थल के सपने को साकार करने में मदद की है, जिससे इस क्षेत्र के कई हिंदुओं की आकांक्षाएं पूरी हुई हैं. शशि थरूर ने एक्स हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में मंदिर के प्रमुख स्वामी ब्रह्म विहारी दास के साथ अपने विचार साझा किए.
वीडियो में उन्होंने बताया कि Dubai से 90 मील और संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी से 60 मील दूर रेगिस्तान में स्थित इस वास्तुशिल्प चमत्कार ने थरूर पर एक अमिट छाप छोड़ी है. थरूर ने मंदिर के जटिल डिजाइन की सराहना की, जिसमें 50 डिग्री की गर्मी में आगंतुकों के पैरों को ठंडा रखने वाली ऊष्मारोधी टाइलें शामिल हैं.
हस्तनिर्मित बलुआ पत्थर की नक्काशी और विस्तृत मूर्तियां, जो अलग-अलग मंदिरों के साथ सात प्रमुख देवताओं का प्रतिनिधित्व करती हैं, सूक्ष्म शिल्प कौशल का प्रदर्शन करती हैं. उन्होंने मंदिर के धूल-रहित स्तंभों पर आश्चर्य व्यक्त किया, जो कि आसपास की विचारशील संरचनाओं के माध्यम से प्राप्त एक उपलब्धि है जो परिसर को रेगिस्तानी रेत से बचाती है.
संयुक्त राष्ट्र में अपने कार्यकाल पर विचार करते हुए, थरूर ने मंदिर को “सृष्टि की एकता का सूक्ष्म रूप” बताया. उन्होंने प्रमुख स्वामी महाराज की दूरदर्शिता की प्रशंसा की, जिनकी दूरदर्शिता ने इस परियोजना को प्रेरित किया. इसके साथ ही उन्होंने यूएई Government की भूमिका, विशेष रूप से शेख मोहम्मद बिन जायद की, भी तारीफ की.
मंदिर के 15 मिनट के एनिमेटेड डिजिटल सिनेमा जैसे आकर्षक तत्वों ने थरूर को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिन्होंने इसे एक “परीकथा” जैसा अनुभव बताया.
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